- छात्रों की संख्या के आधार पर तैयार हो रही एक और सूची
- मार्च 2019 में एमडीएम के लाभार्थियों की औसत संख्या पर हो रहा पद निर्धारण
- शासन के निर्देशों के अनुसार पद निर्धारण का काम किया जा रहा है। जिलाधिकारी की सहमति से सूची जारी की जाएगी। समायोजन की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी -भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए
बेसिक शिक्षा के शिक्षकों का समायोजन विभाग के लिए चुनौती बनता जा रहा है।
जिले में 30
सितंबर 2018
की छात्र नामांकन संख्या के आधार पर तैयार सूची को जिलाधिकारी का अनुमोदन
नहीं मिल सका है और इसी बीच छात्रों की वास्तविक उपस्थित संख्या के आधार पर दूसरी
सूची तैयार होने लगी है। पहली सूची में 79 शिक्षकों को ब्लॉक से
बाहर जाने के लिए चिह्न्ति किया गया था, जबकि दूसरी सूची में
इस संख्या में काफी इजाफा होने की संभावना है।
अपर मुख्य सचिव ने समायोजन को लेकर जारी दिशा-निर्देश में विद्यालयों पर
शिक्षकों के पद निर्धारण के लिए नामांकन एवं नामांकन के सापेक्ष उपस्थित छात्रों
की वास्तविक संख्या को आधार बनाया था। जिले में पहले नामांकित कुल छात्रों की
संख्या के आधार पर पद निर्धारण कर दिया गया लेकिन वास्तविक छात्र संख्या का मामला
जोर पकड़ने के बाद एक और सूची तैयार की जा रही है। वास्तविक संख्या के लिए मार्च 2019 में एमडीएम
के लाभार्थियों की औसत संख्या को आधार बनाया जा रहा है।
आमतौर पर कुल नामांकित छात्रों की संख्या की तुलना में एमडीएम के
लाभार्थियों की संख्या कम होती है। इस स्थिति में ब्लॉक से बाहर जाने वाले छात्रों
की संख्या में इजाफा होने की संभावना है। रविवार को दूसरी सूची को अंतिम रूप देने
की कोशिश जारी रही। अब जिलाधिकारी जिस सूची को अनुमोदित करेंगे, उसी के
आधार पर समायोजन होगा,
लेकिन दो
सूचियों की स्थिति में आपत्तियां भी अधिक आने का अनुमान है।