प्रशिक्षु
शिक्षक के पात्रों के 43 जिलों ने नहीं दिए नाम
प्रशिक्षु
शिक्षक भर्ती को लेकर डायट प्राचार्य कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इसी बात से
लगाया जा सकता है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के
स्पष्ट निर्देश के बाद भी 43 जिलों
ने पात्रों के नाम नहीं भेजे। एससीईआरटी निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने मंगलवार तक
हरहाल में पात्रों के नाम भेजने को कहा है जिससे नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया
शुरू कराई जा सके।
सुप्रीम
कोर्ट के आदेश पर सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने 31 जनवरी तक हरहाल में
सामान्य वर्ग के 70 फीसदी
और आरक्षित वर्ग के 65 फीसदी
अंक वालों को प्रशिक्षु शिक्षक का पात्र मानते हुए नियुक्ति पत्र देने का निर्देश
दिया है। इसके बाद उन्हें एक सप्ताह के अंदर जॉइन करना अनिवार्य होगा। इसके आधार
पर एससीईआरटी ने 26 दिसंबर
को डायट प्राचार्यों को निर्देश दिया था कि सोमवार को 11 बजे तक तीन चरणों की
काउंसलिंग में पात्र पाए गए अभ्यर्थियों के नाम भेज दिए जाएं, जिससे नेशनल
इनफार्मेटिक सेंटर (एनआईसी) के इनके नामों का मिलान कराने के बाद बेसिक शिक्षा
अधिकारियों को नियुक्ति पत्र देने का आदेश दिया जा सके। इसके बाद भी मात्र 32 जिलों ने पात्रों के
नाम बताए और 43 ने
नाम नहीं बताए हैं।
इन
जिलों ने नहीं बताए नाम
एससीईआरटी
के निर्देश के बाद भी लखनऊ समेत 43 जिलों ने पात्रों के नाम नहीं बताए हैं।
नाम न बताने वालों में गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, आगरा, अंबेडकर नगर, अमरोहा, औरैया, बहराइच, बलरामपुर, बांदा, बरेली, बस्ती, बिजनौर, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गौतमबुद्धनगर, गोंडा, हमीरपुर, कानपुर देहात, कासगंज, कुशीनगर, महाराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर व सिद्धार्थनगर
शामिल हैं।
एससीईआरटी
ने आज तक नाम भेजने का दिया निर्देश