बच्चों की
सेहत के लिए सुधार जरूरी
यूपी
में 10 में से 4 बच्चे कुपोषण के शिकार
लखनऊ। यूपी
में दस में से चार बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। भरपूर पोषक तत्व न मिल पाने के कारण
ये बच्चे कई तरह की बीमारियों के शिकार होते हैं। हर दूसरी बालिका को एनीमिया की
शिकायत है। आंगनबाड़ी केंद्रों की बदहाली से व्यवस्थाएं सुधर नहीं पा रहीं।
ये जानकारी
मंगलवार को यूपी फोर्सेस संस्था की ओर से प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में
संस्था के राज्य समन्वयक रामायण यादव ने दी। उन्होंने बताया कि संस्था की ओर से 41 जिलों में सर्वे किया गया। इन
जिलों के दो ब्लॉकों के दो गांवों में सर्वे किया गया तो सामने आया कि बच्चों के
स्वास्थ्य के लिए बुनियादी सुविधाएं ठीक नहीं हैं। ‘सेव द चिल्ड्रेन’ के कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि बच्चों
में कुपोषण का दुष्चक्र बचपन से शुरू होता है और समय पर ध्यान नहीं दिए जाने से
उसकी जान सांसत में पड़ जाती है।
हर दूसरी
बच्ची को एनीमिया की शिकायत
41 जिलों की सर्वे रिपोर्ट में
व्यवस्था ठीक नहीं
आंगनबाड़ी
केंद्र बदहाल
•46 फीसदी आंगनबाड़ी केंद्रों में खाना
पकाने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं
•14 फीसदी केंद्रों में जगह नहीं
•48 फीसदी में साफ-सफाई नहीं
•66 फीसदी में शौचालय नहीं
•40 फीसदी केंद्रों पर पीने योग्य पानी
नहीं
•49 फीसदी केंद्रों पर ग्रोथ चार्ट का
पता ही नहीं
•48 फीसदी
कें द्रों पर टीकाकरण के आधे-अधूरे रिकॉर्ड
अमर उजाला
ब्यूरो