Tuesday, July 9, 2019

गोरखपुर : बिना मान्यता के प्ले-वे पर टेढ़ी हुई बेसिक शिक्षा विभाग की नजर


जिले में बिना मान्यता के संचालित प्ले-वे पर शिक्षा विभाग की नजर टेढ़ी है। बेसिक शिक्षा विभाग की टीम जल्द ही प्ले-वे के खिलाफ सघन अभियान चलाएगी। अभी तक किसी भी प्ले-वे की ओर से मान्यता से जुड़े प्रपत्र विभाग में प्रस्तुत नहीं किए गए हैं।
शहर में धड़ल्ले से प्ले-वे का संचालन किया जा रहा है। कई स्कूलों ने भी अपने यहां छोटे बच्चों के लिए प्ले-वे खोला है। तीन वर्ष तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए मोटी फीस भी ली जाती है। संचालकों का दावा होता है कि उनके पास मान्यता है, लेकिन विभाग ने जब भी पूछा, वे मान्यता का कोई प्रपत्र नहीं दिखा पाए। हर बार उनकी ओर से फ्रेंचाइजी के लिए जारी पत्र ही प्रस्तुत किया जाता है, जिसे विभाग नहीं मानता।

केवल प्ले-वे की मान्यता का प्रावधान नहीं

दरअसल शिक्षा विभाग या तो नर्सरी से कक्षा आठ तक या कक्षा एक से आठ तक या पांच तक की मान्यता देता है। केवल प्ले-वे की मान्यता का कोई प्रावधान नहीं है। गत वर्ष विभाग ने दो दर्जन से अधिक प्ले-वे को नोटिस दी गई थी। कुछ ने फ्रेंचाइजी होने की बात कही, लेकिन किसी भी सरकारी संस्था से जारी मान्यता प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके। बीएसए ने बताया कि बिना मान्यता के कोई भी विद्यालय संचालित नहीं होने पाएगा। प्ले-वे के बारे में विभाग को कोई जानकारी नहीं। जांच कराई जाएगी, जिसके पास मान्यता का प्रपत्र नहीं होगा, उसे बंद कराया जाएगा।