एक जिले से दूसरे में तबादले की हसरत रखने वाले परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को इसके लिए अभी और इंतजार करना होगा। शासन ने अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया को अक्टूबर से शुरू कर मार्च अंत तक पूरी करने का प्रस्ताव तैयार कर उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के लिए भेजा है। प्रस्ताव को मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने पर शिक्षकों का तबादला अगले सत्र में हो सकेगा।
परिषदीय शिक्षक अंतर जिला तबादले की मांग अरसे से कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा निदेशक ने शासन को अंतर जिला तबादले का प्रस्ताव जून में भेजा था। इस प्रस्ताव के मुताबिक अंतर जिला तबादलों के लिए शिक्षकों से आवेदन 15 से 22 जुलाई के बीच प्राप्त करने और पूरी प्रक्रिया 31 जुलाई तक पूरी कर लेने की मंशा जतायी गई थी। एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए तकरीबन 30 हजार आवेदन आये थे।
उधर नई शिक्षा नीति के प्रारूप में भी कहा गया है कि शिक्षकों के तबादले अपरिहार्य परिस्थितियों में ही किये जाएं। लिहाजा शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के अंतर जिला तबादलों के लिए कैलेंडर प्रस्तावित किया है। इसके तहत शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया अक्टूबर में शुरू करने का प्रस्ताव है। अंतर जिला तबादलों के लिए पहले की तरह शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये जाएंगे। अंतर जिला तबादलों के लिए प्रस्तावित गुणांक व्यवस्था के आधार पर सही पाये गए आवेदनों की प्रोसेसिंग की जाएगी। प्रोसेसिंग को लेकर यदि शिक्षकों की ओर से आपत्तियां की जाती हैं तो उन आपत्तियों का भी निस्तारण किया जाएगा ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न हो और शिक्षक भी संतुष्ट हों। सूत्रों के अनुसार अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया पूरी करते हुए तबादला सूची मार्च के अंत तक जारी करने का इरादा है। जिन शिक्षकों का तबादला होगा, वे सत्रंत में दूसरे जिले में आवंटित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कर सकेंगे।