- अफसरों का दावा, समायोजन के बाद जारी हो सकता आदेश
- अंतर जिला स्थानांतरण से फिर बिगड़ेगा छात्र-शिक्षक अनुपात
बेसिक शिक्षा परिषद
के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में जिले के अंदर समायोजन का आदेश जारी हो
गया है लेकिन, अंतर जिला तबादले पर अफसरों ने चुप्पी साध ली है। इससे
प्रदेश भर के हजारों शिक्षक परेशान हैं, क्योंकि वे सभी
मनचाहे जिलों में जाने की उम्मीद संजोए थे। तमाम शिक्षक खासकर शिक्षिकाएं तबादले
के लिए कोर्ट तक जा चुके हैं। अब अंतर जिला तबादले के लिए कोर्ट जाने की तैयारी हो
रही है।
परिषदीय स्कूल शिक्षकों का अंतर जिला तबादला पिछले कई वर्षो से अनवरत हो
रहा है। हालांकि हर बार बड़ी संख्या में शिक्षक मनचाहे जिले में जाने के लिए आवेदन
करते रहे हैं लेकिन, उनमें से चुनिंदा शिक्षकों को ही तबादले का लाभ मिल सका।
पिछले वर्ष आवेदकों में से एक तिहाई शिक्षक ही तबादला पा सके थे, विरोध होने पर विभाग ने प्रत्यावेदन लिया लेकिन, तबादले
की दूसरी सूची जारी नहीं हुई। इसे कोर्ट में भी चुनौती दी गई, उसमें कुछ शिक्षक ही तबादला पाने में सफल हुए। इस बार परिषद मुख्यालय व
बेसिक शिक्षा निदेशक ने अंतर जिला तबादले का प्रस्ताव भेजा लेकिन, आदेश सिर्फ जिले के अंदर समायोजन का हुआ है। समायोजन के बाद अंतर जिला
तबादले का आदेश हो सकता है लेकिन, इससे समायोजन बिगड़ना तय
है।