शिक्षक
भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिक्षक नए सिरे से किए जाएंगे तैनात
छात्र
संख्या के आधार पर होगी तैनाती
परिषदीय
स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती अब छात्र संख्या के आधार पर की जाएगी। इसके लिए
बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूलवार छात्रों व शिक्षकों की सूची तैयार करा ली है। इस
सूची से पता चला है कि बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने शिक्षकों की मनमाने तरीके से
तैनाती की है। शहरी क्षेत्र से सटे स्कूलों में कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में
तो अधिक शिक्षकों को तैनात कर दिया है और दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में
शिक्षकों की कमी है। इसलिए उच्च स्तर पर तय किया गया है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया
पूरी होते ही शिक्षकों की तैनाती छात्र संख्या के आधार पर की जाएगी।
शिक्षा
का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद छात्र व शिक्षक का अनुपात नए सिरे से तय किया
गया है। प्राइमरी में 30 छात्र पर एक और उच्च
प्राइमरी में 35 छात्र पर एक शिक्षक रखने
की व्यवस्था है। प्रदेश में मौजूदा समय 1,12654
प्राइमरी
व 45,749 उच्च प्राइमरी स्कूल हैं।
प्राइमरी में 2.61 करोड़ व उच्च प्राइमरी में
92.15 लाख छात्र-छात्राएं पढ़
रहे हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम में निर्धारित छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर
तैनाती के लिए करीब पौने पांच लाख शिक्षकों की जरूरत होगी। प्राइमरी में मौजूदा
समय करीब 1,98,947 तथा उच्च प्राइमरी में 1,06,089 शिक्षक काम कर रहे हैं।
मौजूदा
समय शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसमें 72,825
प्रशिक्षु
शिक्षक, 15,000 बीटीसी शिक्षक व 92,000 शिक्षा मित्रों को समायोजित किया जाना है। इसके बाद प्राइमरी स्कूलों में
शिक्षकों की पर्याप्त संख्या हो जाएगी। इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होते ही छात्रों के अनुपात के आधार पर शिक्षकों
की तैनाती की जाए। इसके लिए परिषद ने स्कूलवार छात्र व शिक्षकों का सर्वे करा लिया
है।
साभार अमरउजाला