अचानक जांच टीम पहुंची मदरसा व संस्कृत
विद्यालय
ज्वाइंट रिव्यू मिशन (जेआरएम) की
टीम बुधवार को अचानक मदरसा व संस्कृत विद्यालयों में पहुंच गई। मदरसे की ओर बढ़ते
सदस्यों को देख बेसिक शिक्षा अधिकारी भी भौचक रह गए। बहरहाल टीम के सदस्यों में कई
परिषदीय स्कूलों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने बच्चों से सवाल
पूछा, और स्वयं मध्याह्न भोजन चखकर गुणवत्ता जानी। हालांकि टीम
संतुष्ट नजर आई।
मानव संसाधन व विकास मंत्रालय के
अधीन जेआरएम की टीम में जर्मनी के फेबियान टोगेल, डा. विनीता सिरोही तथा सर्वशिक्षा
अभियान से जुड़े भगवती सिंह, आशुतोष गौड़, अनुराठी शामिल हैं। टीम के सदस्य
सर्वप्रथम सुबह 9.45 बजे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय निरीक्षण करने
पहुंची। यहां से चिरईगांव जाते समय टीम के सदस्य अचानक अर्दली बाजार स्थित मदरसा
खानम जॉन व अरेबिक स्कूल पहुंच गए। इस दौरान सदस्यों ने सर्वशिक्षा अभियान के तहत
बच्चों से मिलने वाली नि:शुल्क यूनीफार्म, किताबें, एमडीएम सहित
अन्य जानकारी एकत्र की। शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिए सदस्यों ने अध्यापकों व
बच्चों से भी बात की। इस क्रम में पहड़िया स्थित सरस्वती शिशु विहार, तथा आशापुर
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रथम व द्वितीय पहुंचे। यहां टीम के एक सदस्य
सहायक अध्यापिका ऋचा सिंह ने सतत व व्यापक मूल्यांकन के बारे में पूछा। जवाब से
संतुष्ट सदस्यों ने कक्षाओं में जाकर बच्चों से भी सवाल किए। बच्चों से यह भी पूछा
कि वह क्या बनना चाहते हैं। इस दौरान सदस्यों ने स्कूल मैनेजमेंट समिति (एसएमसी)
के सदस्यों से भी मुलाकात की और विद्यालय का हाल जाना। इस क्रम में टीम ब्लाक संसाधन
केंद्र-चिरईगांव, जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान सारनाथ भी गई। यहां
सर्वशिक्षा अभियान के तहत वितरित होने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल
की। साथ ही विद्यालयों को अनुदान के बारे में भी सदस्यों ने पूछा। इस दौरान उनके
साथ सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) विजय शंकर मिश्र, बीएसए रामचंद्र सिंह यादव सहित
अन्य लोग उपस्थित है।
टीम मीरजापुर के लिए रवाना :
सूत्रों के अनुसार टीम देरशाम मीरजापुर के लिए रवाना हो गई है। जेआरएम के सदस्य छह
फरवरी को बनारस से लखनऊ जाएंगे।
साभार दैनिकजागरण