बेसिक शिक्षा विभाग में अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों के चयन के लिए 17 जुलाई को परीक्षा कराने की तैयारी है, लेकिन पर्याप्त
संख्या में शिक्षकों को इन विद्यालयों पर समायोजित करना आसान नहीं होगा। एक हजार
से अधिक पदों पर शिक्षकों को समायोजित करना है और करीब 900 आवेदन ही आए हैं।
200
नए
विद्यालयों में होनी है अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई : जिले में फिलहाल 102 प्राथमिक
विद्यालय अंग्रेजी माध्यम से संचालित हो रहे हैं। इस साल करीब 200 और
विद्यालयों की चयन इस श्रेणी में किया गया है। आरटीई के नए नियमों के अनुसार
प्रधानाध्यापक के पदों में कटौती के बाद भी हर विद्यालय में कम से कम चार सहायक
अध्यापक की जरूरत होगी। अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने की
कोशिश भी होगी। प्राथमिक के अलावा 23
उच्च
प्राथमिक विद्यालयों को भी अंग्रेजी माध्यम के रूप में चयनित किया गया है। इन
विद्यालयों में भी शिक्षकों को समायोजित करना है।
गत वर्ष हुए चयन में शिक्षकों को ब्लॉक के भीतर ही समायोजित किया गया था।
ऐसे में कई शिक्षकों ने नए विद्यालयों पर ज्वाइन नहीं किया। इस बार भी ब्लॉक बदले
जाने की कोई संभावना नजर न आने की स्थिति में शिक्षकों ने आवेदन करने में रुचि
नहीं ली। उनका कहना है कि परीक्षा में अच्छे अंक पाकर भी दूर के ब्लॉकों में ही
रहना है तो अंग्रेजी माध्यम में जाने का क्या फायदा।