स्कूल छोड़ने (ड्रॉप आउट) वाले 4 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए सभी जिलों में सांध्यकालीन स्कूल खोले जाएंगे। इन
बच्चों को हर हाल में स्कूल से जोड़ने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश
के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने इसकी कवायद शुरू की है।
दरअसल, विभाग के सर्वे में
साल 2019-20 में ड्रॉप आउट
1 लाख 3 हजार 699 बच्चे चिह्नित किए
गए हैं। ये बच्चे परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने से मजदूरी करने को मजबूर हैं।
इसलिए वे चाहकर भी
स्कूल नहीं जा पाते हैं।
ऐसे बच्चों के लिए विभाग ने सभी जिलों में सांध्यकालीन स्कूल संचालित करने की तैयारी शुरू की है। शुरुआत में सभी जिलों में एक-एक सांध्यकालीन स्कूल खोला जाएगा। प्रयोग सफल होने पर इन स्कूलों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
सांध्यकालीन स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ उनकी रुचि के अनुसार विभिन्न कार्यों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। कोशिश होगी कि जिस कार्य में वे लगे हैं, उसी का प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र देकर उनकी क्षमता बढ़ाई जाए।
ऐसे बच्चों के लिए विभाग ने सभी जिलों में सांध्यकालीन स्कूल संचालित करने की तैयारी शुरू की है। शुरुआत में सभी जिलों में एक-एक सांध्यकालीन स्कूल खोला जाएगा। प्रयोग सफल होने पर इन स्कूलों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
सांध्यकालीन स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ उनकी रुचि के अनुसार विभिन्न कार्यों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। कोशिश होगी कि जिस कार्य में वे लगे हैं, उसी का प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र देकर उनकी क्षमता बढ़ाई जाए।
