- 2016-17 और 2017-18 में तबादलों की रिपोर्ट 19 जिलों ने भेजी
- डिस्पैच नंबर से कई शिक्षकों के स्थानांतरण की शिकायतें
परिषदीय
शिक्षकों का अनियमित तबादला करने में प्रदेश के 56 बीएसए घिर रहे हैं। वजह, परिषद मुख्यालय के
निर्देश पर 56 जिलों के बीएसए ने दो शैक्षिक सत्रों में शिक्षकों के स्थानांतरण की
रिपोर्ट ही नहीं भेजी है। सचिव रूबी सिंह ने उन्हें लिखा है कि सूचना न देने से
अनियमित तबादलों में उनकी संलिप्तता प्रदर्शित हो रही है। सभी को आठ जुलाई तक
रिपोर्ट देने का एक अवसर और दिया गया है।
क्या है मामला : शैक्षिक सत्र 2016-17 व 2017-18 में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में तैनात शिक्षकों के
मध्य सत्र में कई तबादले हुए। शिकायतें मिलने पर परिषद मुख्यालय ने कुछ जिलों में
जांच कराई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। परिषद मुख्यालय के बिना आदेश के ही
बीएसए ने तबादले किए तो कुछ तबादलों में एक डिस्पैच नंबर का प्रयोग कई बार किया
गया। इतना ही नहीं एक ही डिस्पैच नंबर से कई जिलों में शिक्षकों को इधर से उधर
किया गया।
परिषद सचिव का कहना है कि पिछले
शैक्षिक सत्र में परिषद मुख्यालय से कोर्ट व शासन के आदेश के सिवा किसी शिक्षक का
तबादला आदेश नहीं हुआ है। फिर भी जिलों में तबादले हुए। इसलिए सभी जिलों के बीएसए
से दो शैक्षिक सत्रों में जिले के अंदर व अंतर जिला तबादलों की सूची 20 जून तक मांगी।
इन जिलों ने ही भेजी रिपोर्ट
गाजियाबाद, सहारनपुर, आगरा, फीरोजाबाद, कासगंज, लखनऊ, लखीमपुर
खीरी, गोरखपुर, बिजनौर, अमरोहा, कानपुर नगर, कानपुर
देहात, कन्नौज, सुलतानपुर, गोंडा, मऊ, ललितपुर, चित्रकूट, महोबा।
प्रमाण
भेजकर दावों को झुठलाया
परिषद
मुख्यालय ने जिन जिलों ने रिपोर्ट भेजी उनमें से अधिकांश का दावा है कि उनके जिले
में नियमानुसार तबादले हुए। ऐसे कई जिलों को प्रमाण भेजकर पूछा गया है कि यह
तबादले कैसे और किसके आदेश पर हुए हैं?
नाम शासन
को भेजेंगे
सचिव ने
तबादला रिपोर्ट न भेजने वाले जिलों को कड़ा पत्र भेजा है। लिखा है कि क्या वे
लिप्त हैं इसलिए सूचना नहीं दे रहे। उन्होंने आठ जुलाई तक का मौका दिया है।
रिपोर्ट न देने वालों के नाम शासन को भेजे जाएंगे।
