सर्व शिक्षा अभियान के तहत शनिवार को आयोजित
स्कूल चलो रैली में अनुदेशकों ने मानदेय बढ़ाने की माग को लेकर विरोध किया। रैली
में बतौर मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे। बावजूद अनुदेशकों
ने काली पट्टी बाध कर नारेबाजी भी की। अनुदेशकों का यह रवैया देख कुछ देर के लिए
अफरातफरी मच गई। इस दौरान नगर विकास मंत्री ने अनुदेशकों को समझाया कि यह
कार्यक्रम घर का है। ऐसे में इसका विरोध उचित नहीं है। उन्होंने उनकी मागों पर
सहानभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद अनुदेशकों का गुस्सा शात
हुआ।
दरअसल प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में अनुदेशकों का मानदेय 8670 रुपये से
बढ़ाकर 17000रुपये कर दिया। इतना ही नहीं इसके लिए बजट
भी जारी कर दिया। बावजूद अब तक अनुदेशकों को पुराने दर पर ही मानदेय का भुगतान
किया जा रहा है। इसे लेकर अनुदेशकों में रोष है। मानदेय की बढ़ाने की माग को लेकर 17 अप्रैल को उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने लखनऊ में
धरना-प्रदर्शन भी किया था। धरना-प्रदर्शन कर रहे अनुदेशकों पर लाठीचार्ज कर खदेड़
दिया गया। इस घटना से क्षुब्ध होकर अनुदेशकों ने रैली में काली पट्टी कर आए थे।
अनुदेशकों का कहना है मानदेय वृद्धि होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। विरोध
प्रदर्शन करने वाले में एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गणेश दत्त यादव, उपाध्यक्ष रामचंद्र मौर्य, महामंत्री आशीष
वर्मा, सचिव कमलेश सिंह, सागर
सोनकर, वीरेंद्र तिवारी सहित अन्य लोग शामिल थे।
जनपद में 430 अनुदेशक
जिन उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रसंख्या 100 से अधिक है उन विद्यालयों में एक
अनुदेशक की नियुक्ति का प्रावधान है। वर्तमान में 430 अनुदेशक संविदा कार्यरत है। अनुदेशक 100 छात्रों
की बाध्यता भी खत्म करने की माग कर रहे है।
शनिवार को राजकीय बालिका विद्यालय से स्कूल चलो रैली निकाली गई
हजारों बच्चे हुए शामिल
छह से 14 वर्ष के बच्चों का शतप्रतिशत नामाकन के लिए शनिवार को राजकीय बालिका
विद्यालय से स्कूल चलो रैली निकाली गई। इस दौरान हजारों बच्चों बैनर व तख्तिया
लेकर शामिल हुए। यह रैली राजकीय क्वींस इंटर कालेज में जानकार समाप्त हुई। रैली
में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, महापौर, मृदुला जायसवाल, शहर उत्तरी के विधायक रवींद्र
जायसवाल, पिण्डरा विधायक डा. अवधेश सिंह, बीएसए बृज भूषण चौधरी सहित अन्य लोग शामिल थे।