पू.मा.विद्यालय छित्तूपुर वाराणसी में बाल पुस्तकालय
दान में मिली किताबों से बना ली लाइब्रेरी
कहते हैं कि मन में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो हर मंजिल आसान हो जाती है। रास्ते में आने वाली बाधा भी दूर होती जाती है। जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा ग्रहण कराने के उद्देश्य से काम कर रही बीएचयू छात्रों की टीम ने ऐसा ही कार्य किया है। यहां छात्रों ने पहले लोगों से दान में नए-पुराने किताब मांगें अब उसकी एक लाइब्रेरी तैयार करा दी है।
11 अप्रैल 2018 को पूर्व माध्यमिक विद्यालय छित्तूपुर में एम.ए.- समाज कार्य,बी.एच.यू के छात्रों की संस्था महामना मैत्री मिशन ने प्रख्यात समाज सुधारक महात्मा फुले की जन्मदिन के अवसर पर ‘महामना बाल पुस्तकालय’ की स्थापना किया, जिसका शुभारंभ केमिकल इंजीनियरिंग IIT BHU के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पी.के. मिश्रा सर ने किया। इस पुस्तकालय का निर्माण नई और पुरानी किताबों को मिलाकर किया गया है जिसमें विभिन्न महापुरुषों की जीवनी,परी कथाएं,हिंदी व्याकरण, साहित्यक पुस्तकें, सामान्य ज्ञान , गणित,विज्ञान,नैतिक शिक्षा और बाल कथाओं की पुस्तके शामिल है। इस पुस्तकालय का उद्देश्य बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि उत्पन्न करना है जिससें वे विद्यालय आने को प्रेरित हो। लाइब्ररी के शुभारंभ होने से बच्चे बहुत खुश थे। इस बाल पुस्तकालय में अभी लगभग 400 पुस्तकें है जो दान द्वारा एकत्रित हुई है और हम आगे भी इनके विस्तार हेतु प्रयत्नशील है। हमनें स्कूल को एक नोटिसबोर्ड और घड़ा भी भेंट किया जिससे बच्चों को गर्मी भर शीतल जल मिल सके।
पुस्तकालय के शुभारंभ से पहले बच्चों में रचनात्मक और सृजनशीलता के विकाश हेतु कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 10 बच्चे उत्कृष्ट लेखनी हेतु पुरस्कृत किये गए। इस कार्यक्रम में विद्यालय प्रधानाचार्य आरती भाटिया और अन्य सहायकअध्यापक , तथा महामना मैत्री मिशन के कुणाल कुमार सिंह, नेहा दुबे, मृणालिनी, आदि मौजूद रहे
पुस्तकालय के शुभारंभ से पहले बच्चों में रचनात्मक और सृजनशीलता के विकाश हेतु कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 10 बच्चे उत्कृष्ट लेखनी हेतु पुरस्कृत किये गए। इस कार्यक्रम में विद्यालय प्रधानाचार्य आरती भाटिया और अन्य सहायकअध्यापक , तथा महामना मैत्री मिशन के कुणाल कुमार सिंह, नेहा दुबे, मृणालिनी, आदि मौजूद रहे