Sunday, April 23, 2017

हेडमास्टर सहित आठ का रोका वेतन

हेडमास्टर सहित आठ का रोका वेतन




सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय विद्यालयों में प्रतिवर्ष लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। बावजूद इसके शिक्षा की गुणवत्ता बेहद खराब है। कक्षा आठ के बच्चे अपने राज्य का नाम तक नहीं बता पा रहे हैं। इतना ही गुणा-गणित में भी फेल हो गए। शिक्षा की गुणवत्ता बेहद खराब होने पर बीएसए ने तीन विद्यालयों के हेडमास्टर सहित आठ शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिए रोक दिया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने शनिवार को काशी विद्यापीठ ब्लाक के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षक किया। इस दौरान विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता की पोल खुल गई। सगहठ पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कक्षा आठ के ज्यादातर बच्चे राज्य का नाम नहीं बता सके। इतना ही नहीं गुणा-भाग भी बच्चे नहीं कर सके। इससे नाराज बीएसए ने गणित के अध्यापक विनोद कुमार गौतम व समाजिक विज्ञान की अध्यापिका नीलम गौड़ का वेतन रोक दिया है। इस क्रम में महेशपुर प्राथमिक विद्यालय की हेड मास्टर पूनम श्रीवास्तव, अध्यापक प्रमोद पाठक, आकांक्षा सिंह व ज्योत्सना तथा महेशपुर प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिका मुन्नी देवी व इंदु यादव का भी वेतन रोक दिया है। वहीं लठिया प्राथमिक विद्यालय में पठन-पाठन का स्तर संतोषजनक मिलने, परिसर साफ-सुथरा होने पर हेडमास्टर बृजपाल सिंह व राकेश कुमार सिंह की प्रशंसा की है। उन्होंने विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता व छात्रों की नामांकन संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है।