शिक्षा
मित्रों को शिक्षक बनाने के लिए काउंसलिंग 15
से
दूसरे
चरण में 91,104 शिक्षा
मित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित करने की प्रक्रिया 13 अप्रैल को विज्ञापन
प्रकाशित होने के साथ ही शुरू हो जाएगी। इसके बाद 15 से 25 अप्रैल तक प्रमाण
पत्रों का मिलान यानी काउंसलिंग होगी और 30 अप्रैल तक नियुक्ति
पत्र दे दिए जाएंगे। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने इस संबंध में गुरुवार
को प्रदेशभर के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भेज दिए हैं। शिक्षा मित्रों
का सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन वास्तविक रिक्तियों के आधार पर किया जाएगा।
परिषद
के सचिव ने कहा है कि बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षा मित्रों की सूची डायट
प्राचार्य जल्द ही बेसिक शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध करा देंगे। डायटों से मिली
सूची के आधार पर शिक्षा मित्रों की मेरिट तैयार करते हुए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू
की जाएगी। काउंसलिंग के दौरान शिक्षा मित्रों के सभी प्रमाण पत्रों का मिलान किया
जाएगा। इसके बाद पात्रों को नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
हालांकि, परिषद
के सचिव ने भी यह स्पष्ट नहीं किया है कि रिक्त पदों से अधिक होने वाले शिक्षा
मित्रों को कैसे तैनाती दी जाएगी। जिलों में इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी
असमंजस में हैं।
नगर
क्षेत्र में भी समायोजन का विचार
शासन
स्तर पर नगरीय क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों में भी शिक्षा मित्रों को समायोजित किए
जाने पर विचार-विमर्श चल रहा है। प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं, जहां रिक्त पदों से
शिक्षा मित्रों की संख्या काफी अधिक है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद अध्यापक
तैनाती नियमावली के मुताबिक नए शिक्षकों को केवल ग्रामीण क्षेत्रों में ही तैनाती
दी जा सकती है। शासन स्तर पर यह मंथन चल रहा है कि शिक्षा मित्रों को नगरीय
क्षेत्र के प्राइमरी स्कूलों में कैसे समायोजित किया जा सकता है।
समाचार साभार अमरउजाला