Friday, March 6, 2015

बदलेगी प्रधानाचार्य चयन की प्रक्रिया
साक्षात्कार में शामिल विशेषज्ञ अब दें सकेंगे अंक
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से होने वाले संस्था प्रधान की चयन की प्रक्रिया में बदलाव किया जाएगा। अब इंटरव्यू बोर्ड में शामिल होने वाले चयन बोर्ड के प्रतिनिधि के साथ विशेषज्ञों को साक्षात्कार में नंबर देने का मौका मिलेगा। नई प्रक्रिया से साक्षात्कार प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के साथ ही एक व्यक्ति का एकाधिकार भी खत्म होगा।
शासन की ओर से प्रधानाचार्य के साक्षात्कार की विसंगति दूर करते हुए निर्देश दिया गया कि अब साक्षात्कार में अलग-अलग बोर्डों के अध्यक्ष ही नंबर नहीं देंगे। साक्षात्कार में अब औसत का कानून लागू किया जा रहा है। साक्षात्कार के दौरान बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्यों के साथ विशेषज्ञों को भी बराबर अंक देने की छूट रहेगी। अंतिम अंक देते समय औसत अंक निकाला जाएगा। शासन की इस पहल से अब साक्षात्कार में मनमानी नहीं चलेगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से नया नियम बनाए जाने के बाद इंटरव्यू में मनमानी का आरोप नहीं लगेगा। शासन की ओर से जुलाई में ही चयन बोर्ड को निर्देश भेजकर साक्षात्कार प्रक्रिया में बदलाव करने को कहा गया था। इसके बाद भी तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. आशाराम यादव ने नियमों में बदलाव से मना कर दिया था।
अध्यक्ष के बदलने के बाद चयन बोर्ड सचिव के प्रस्ताव को अध्यक्ष ने मंजूरी देने के साथ साक्षात्कार बोर्ड में शामिल सभी सदस्यों को नंबर देने का अधिकार दिया है। नया नियम इसी महीने शुरू हो रहे प्रधानाचार्य साक्षात्कार में लागू किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि साक्षात्कार प्रक्रिया में बदलाव की सरकार की सिफारिश से पहले इंटरव्यू दे चुके अभ्यर्थी भी नए नियमों के तहत साक्षात्कार की मांग कर सकते हैं। बदलाव के कारण चयन बोर्ड एक बार फिर से विवादों में फंस सकता है।


साभार अमरउजाला