बीएड वाले मृतक आश्रित कोटे से बनेंगे शिक्षक
बेसिक
शिक्षा विभाग ने एनसीटीई से मांगी अनुमति
परिषदीय
स्कूलों में टीईटी पास बीएड डिग्रीधारक अब मृतक आश्रित कोटे से शिक्षक बन सकेंगे। इसके लिए बेसिक
शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) को पत्र लिखकर अनुमति मांगी
है। बता दें कि परिषदीय स्कूलों में
वर्षों से मृतक आश्रित कोटे पर शिक्षकों की भर्ती रुकी हुई है। एनसीटीई से अनुमति मिलते ही
मृतक आश्रित कोटे पर भर्ती के लिए नियमावली संशोधित करते हुए इसमें बीटीसी के साथ बीएड वालों को
भी पात्र मान लिया जाएगा।
शिक्षा का
अधिकार अधिनियम (आरटीई) लागू होने
से पहले परिषदीय स्कूलों में मृतक आश्रित कोटे पर स्नातक पास अभ्यर्थियों को भी शिक्षक बनाकर
डायट में प्रशिक्षण दिला दिया जाता था। आरटीई लागू होने के बाद एनसीटीई ने परिषदीय स्कूलों में
मृतक आश्रित कोटे पर शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी पास
बीटीसी वालों को ही पात्र कर दिया। तभी से परिषदीय स्कूलों में तैनाती के दौरान मरने वाले
शिक्षकों के आश्रितों की नौकरी का
मामला फंसा हुआ है। हालांकि बेसिक शिक्षक विभाग मृतक आश्रित कोटे पर अभी केवल चतुर्थ श्रेणी की
नौकरी दे रहा है।
शासन स्तर पर इस मामले यह यह तय किया
गया कि एनसीटीई से अनुमति लेकर टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को भी मृतक आश्रित कोटे पर शिक्षक
के लिए पात्र मान लिया जाए। इसके
आधार पर ही बेसिक शिक्षा विभाग ने एनसीटीई को पत्र लिखकर टीईटी पास बीएड वालों को परिषदीय स्कूलों
में मृतक आश्रित कोटे पर शिक्षक बनाने की अनुमति मांगी है। विभाग चाहता है कि बीटीसी के साथ
टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को भी पात्र मानने की
अनुमति मिल जाए ताकि मृतक आश्रित कोटे के शिक्षकों के पदों को भर लिया जाए।
समाचार साभार अमरउजाला
