Thursday, December 19, 2013


माध्यमिक शिक्षकों ने किया रास्ता जाम

अमर उजाला ब्यूरो

 
 लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चंदेल गुट और पुलिस-प्रशासन के बीच बुधवार को जमकर घमासान हुआ। अपनी मांगों को लेकर शिक्षकों ने विधान भवन के सामने धरना-प्रदर्शन किया और जाम लगाने की कोशिश की। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को गिरफ्तार करके पुलिस लाइन ले जाया गया। वहां से शिक्षकों को रिहा करने की बात कही गई, जिसका उन्होंने विरोध किया। वे जेल भेजे जाने की जिद पर अड़े थे। पुलिस-प्रशासन के मना करने पर शिक्षकों ने पुलिस लाइन के सामने रोड जाम कर दी। इससे वाहनों की कतार लग गई और करीब एक घंटे तक यातायात बाधित रहा।

पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शिक्षक ओसीआर भवन पर जमा हुए। यहां हुई सभा को संबोधित करते हुए प्रदेशीय प्रवक्ता एवं मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ राय ने कहा कि गत सात अक्तूबर के न्यायालय के निर्देश के बाद राज्य सरकार शिक्षकों को सीटी ग्रेड की सेवा जोड़कर लाभ दे रही है लेकिन अनुदानित विद्यालयों के शिक्षकों को यह लाभ नहीं दिया जा रहा है। जनशक्ति निर्धारण के नाम पर शिक्षकों को सरप्लस घोषित कर दिया गया है, जो कि सरासर गलत है। सभा को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के संरक्षक राजबहादुर चंदेल और एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। इसके बाद गोरखपुर और फैजाबाद मंडल के शिक्षकों को साथ लेकर दल ने विधान भवन की ओर कूच किया। विधान भवन के सामने पुलिस ने घेराबंदी करके उन्हें रोक लिया। इस पर शिक्षकों ने विधान भवन के सामने सड़क जाम कर दी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने शिक्षकों से जाम खोलने की अपील की। न मानने पर शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें गाड़ियों में भरकर पुलिस लाइन लाया गया। वहां अधिकारियों ने शिक्षकों की गिरफ्तारी दिखाने के बाद उन्हें छोड़ने की बात कही, लेकिन शिक्षकों का कहना था कि गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भेजा जाए। मना करने पर शिक्षकों ने पुलिस लाइन के सामने मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। इससे करीब एक घंटे तक आवागमन बाधित रहा। इस दौरान अधिकारी मान-मनौवल करते रहे। आखिर में शिक्षकों ने जाम खोल दिया। शिक्षक संघ के प्रवक्ता डॉ. महेंद्रनाथ राय ने कहा कि गुरुवार को भी ओसीआर भवन पर सभा होगी और विधान भवन के सामने प्रदर्शन करने के साथ ही शिक्षक गिरफ्तारी देंगे।

मुख्य मांगें

अनुदानित शिक्षकों को सीटी ग्रेड सेवा जोड़कर लाभ दिया जाए।

सरप्लस घोषित किए गए शिक्षकों का रुका हुआ वेतन जारी किया जाए।

वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को मानदेय मिले।

एलटी ग्रेड के शिक्षकों को ग्रेड 2 से ग्रेड 1 में किया जाए।

नवीन पेंशन योजना समाप्त करके पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।