Thursday, April 9, 2015

91,000 शिक्षा मित्र 30 तक बन जाएंगे शिक्षक

प्रदेश में दूसरे चरण में दूरस्थ शिक्षा से प्रशिक्षण प्राप्त 91,104 शिक्षा मित्रों को 30 अप्रैल तक सहायक अध्यापक बना दिया जाएगा। शिक्षा मित्रों को प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक की वास्तविक रिक्तियों के आधार पर समायोजित किया जाएगा।

महोबा में विधानसभा उपचुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद समायोजन होगा। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने बुधवार को शासनादेश जारी कर दिया है।

दूसरे जिलों में शिक्षकों को विकल्प के आधार पर समायोजित करने का फैसला फिलहाल टाल दिया गया है। जिलों में जैसे-जैसे पद खाली होते जाएंगे, शिक्षा मित्रों को समायोजित किया जाता रहेगा।

सचिव बेसिक शिक्षा ने बुधवार को जारी शासनादेश में कहा है कि पिछले साल 19 जून को जारी शासनादेश के आधार पर शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। डायट प्राचार्यों की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी इसके सदस्य सचिव होंगे। जीआईसी के वरिष्ठ प्रधानाचार्य तथा डीएम से नामित हिंदी, उर्दू या अन्य भाषा का एक विशेषज्ञ भी सदस्य होगा।

नियुक्ति देने के लिए ऐसे बनेगी मेरिट


मेरिट लिस्ट शिक्षा मित्रों के प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद से उनके जन्मतिथि के बढ़ते क्रम के आधार पर बनाई जाएगी। मतलब ज्यादा आयु के अभ्यर्थी को मेरिट में सबसे ऊपर रखा जाएगा।

दो शिक्षा मित्रों की जन्मतिथि यदि समान है तो अंग्रेजी अक्षर के क्रम में नाम रखा जाएगा। शिक्षा मित्र सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति के लिए तब तक पात्र नहीं होंगे जब तक उनका नाम मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं हो जाएगा।

60 वर्ष की आयु वाले बनेंगे शिक्षक
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पिछले साल जून में जारी शासनादेश के मुताबिक अधिकतम 60 वर्ष की आयु सीमा तक के शिक्षा मित्रों को भी शिक्षक बनाया जाएगा। स्नातक या सरकार से मान्यता प्राप्त उसके समकक्ष डिग्री के साथ दूरस्थ शिक्षा से दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पात्र होंगे।

पिछला वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ


नियुक्ति प्राधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी रिक्तियों की संख्या और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 के अनुसार अनुसूचित जाति, जनजातियों तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ देंगे।