प्राथमिक विद्यालयों में बच्चे कर रहे सफाई
दानगंज। गांवों में सफाईकर्मियों की तैनाती के बावजूद प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूलों की सफाई बच्चों को करना पड़ रहा है। प्रधानाध्यापकों का आरोप है कि सफाईकर्मी विद्यालय परिसर की सफाई नहीं करते। कई बार इसकी शिकायत करने के बाद भी विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्राथमिक पाठशाला सुल्तानीपुर के शिक्षामित्र नीरज पांडेय ने बताया कि एक माह पहले एडीओ पंचायत से शिकायत की थी कि सफाईकर्मी नहीं आता है। वहां से अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। प्राथमिक विद्यालय तिसौरा के प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह ने कहा कि उन्होंने गत वर्ष जून माह में ब्लाक मुख्यालय पर शिकायत की थी लेकिन इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
चोलापुर ब्लाक के 148 राजस्व गांवों में 116 प्राथमिक और 37 पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं। इनमें से मात्र आठ पूर्व माध्यमिक विद्यालयों पर ही चपरासी नियुक्त हैं। चोलापुर के सह समन्वयक लालजी ने बताया कि शिक्षा का अधिकार कानून बनने के बाद बच्चों से सफाई कार्य कराना वर्जित है। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मी सफाई नहीं कर रहे हैं। अध्यापक सफाई करेंगे नहीं। ऐसे में कक्षाओं में सफाई कौन करेगा। इस गंभीर समस्या का समाधान होना चाहिए।
सफाईकर्मी विद्यालयों में शौचालय, हैंडपंप और परिसर के बाहर की सफाई करेंगे। कमरों में सफाई की व्यवस्था विद्यालय प्रबंधन अपने फंड से कर सकते हंै।- मनबोधलाल श्रीवास्तव, एडीओ पंचायत चोलापुर
संबंधित अफसरों का कहना है कि कक्षा और परिसर की सफाई की जिम्मेदारी सफाईकर्मियों की नहीं है। विद्यालयाें के पास सफाई के लिए बजट नहीं है। सफाई कैसे हो यह गंभीर प्रश्न है।-सुनील गौड़, बीईओ।
साभार अमरउजाला