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सीएम आज मिलेंगे शिक्षक नेताओं से
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर शिक्षक नेताओं से मिलेंगे और उनकी मांगों पर चर्चा करेंगे।
उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के आह्वान पर शिक्षकों ने 20 सूत्री मांगों को लेकर 18 दिसंबर को ज्योतिबा फुले मैदान में प्रदर्शन किया था। तब मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने शिक्षक नेताओं को 23 दिसंबर को वार्ता का न्यौता दिया था। शिक्षक विधायक ओमप्रकाश शर्मा के मुताबिक मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान उनसे शिक्षकों की मांगें तत्काल पूरी करने का आग्रह किया जाएगा।
शिक्षामित्रों ने मांगा 10 हजार मानदेय
लखनऊ। शिक्षा मित्रों को तत्काल 10 हजार रुपए मानदेय दिया जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला प्रभारी मो. आसिफ वारसी ने कहा कि पहले सरकार मानदेय की मांग पूरी करे। इसके बाद ही दूसरी मांगों को लेकर बात की जाएगी। अगर ऐसा नहीं किया जाता तो फिर शिक्षा मित्र लोकसभा चुनाव में सपा को हराने का काम करेंगे। बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, ज्योति श्रीवास्तव आदि ने भाग लिया।
विशेष शिक्षकों की समायोजन मांग की
लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में नि:शक्त बच्चों को पढ़ा रहे विशेष शिक्षकों ने समायोजन की मांग की है। विशेष शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मुन्नालाल शुक्ला ने कहा है कि प्रदेश में 2800 शिक्षक 3,66,646 नि:शक्त बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। विशेष शिक्षकों का चयन मानक के अनुसार किया गया है। ये शिक्षक बनने की पूरी योग्यता भी रखते हैं, इसलिए इनके समायोजन में किसी तरह की समस्या नहीं आनी चाहिए।
अनुमोदित शिक्षक नहीं मनाएंगे क्रिसमस
लखनऊ। विनियमितीकरण की मांग को लेकर अनुमोदित शिक्षकों ने इस बार क्रिसमस का पर्व नहीं मनाने का निर्णय किया है। रविवार को 97 वें दिन भी विधान भवन के सामने डिग्री शिक्षक क्रमिक भूख हड़ताल पर डटे रहे। अनुदानित महाविद्यालय विवि अनुमोदित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. केएस पाठक के नेतृत्व में क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठी कानपुर की पुष्पलता ने कहा कि सभी डिग्री शिक्षक दीपावली की तरह इस बार क्रिसमस भी नहीं मनाएंगे। उन्होंने कहा, सरकार जब डिग्री शिक्षकों को सम्मान देगी और उनका विनियमितीकरण करेगी तभी वे खुशियों में शामिल होंगे। संघ के जिला अध्यक्ष एसके शुक्ला ने कहा कि सरकार के रुख से अनुमोदित शिक्षक काफी क्षुब्ध हैं।