Sunday, June 30, 2019

गोरखपुर : जूनियर शिक्षक को ही छोड़ना होगा विद्यालय


25 जून को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला कमेटी की बैठक में लास्ट इन, फस्र्ट आउटको ही समायोजन के लिए सरप्लस का आधार बनाया गया है। समायोजन की प्रक्रिया निर्धारित समय से पूरी कर ली जाएगी।
=भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए
15 जुलाई तक पूरी करनी होगी बेसिक शिक्षा विभाग में जनपद के भीतर समायोजन की प्रक्रिया
बेसिक शिक्षा विभाग में जनपद के भीतर शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया को 15 जुलाई तक पूरी करनी होगी। बेसिक शिक्षा सचिव की ओर से गुरुवार को जारी पत्र में यह निर्देश दिया गया है। इधर, समायोजन के लिए गठित जिला कमेटी ने सरप्लस शिक्षकों को चिन्हित करने का आधार तैयार कर लिया है। 25 जून को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में परंपरागत रास्ते पर चलते हुए लास्ट इन, फस्र्ट आउटको ही आधार बनाया गया है। यानी इस बार भी मानक से अधिक शिक्षक होने की स्थिति में जूनियर शिक्षक को ही विद्यालय छोड़ना पड़ेगा।
परिषद की ओर से नहीं बताया गया है आधार : गत वर्ष समायोजन के लिए पूरे प्रदेश में लास्ट इन फस्र्ट आउटको सरप्लस शिक्षकों को चिन्हित करने के लिए आधार बनाया गया था। इस साल बेसिक शिक्षा परिषद की सचिव की ओर से इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं, लेकिन सरप्लस शिक्षकों को चिन्हित करने का कोई आधार नहीं बताया गया। समायोजन के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला कमेटी को ही मानक तय करने का अधिकार दिया गया था।
पिछले सत्र में सफल नहीं हुआ था फामरूला : पिछले साल भी समायोजन के लिए लास्ट इन, फस्र्ट आउटको ही आधार बनाया गया था। छात्र-अध्यापक अनुपात से अधिक शिक्षक होने की स्थिति में जूनियर शिक्षकों को दूसरे विद्यालय पर समायोजित कर दिया गया था। कुछ शिक्षक इस आदेश के विरोध में उच्च न्यायालय की शरण में चले गए थे। वहां से उन्हें स्टे मिल गया था। अधिकतर शिक्षकों ने नए स्थान पर ज्वाइन नहीं किया। इस साल भी पेंच फंसना तय माना जा रहा है।