पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर अटेवा के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के अंतिम दिन सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने भी पुरानी पेंशन बहाली का समर्थन किया।
कहा कि पेंशन शिक्षकों तथा कर्मचारियों का अधिकार है। भरोसा दिया कि वह इस मसले को संसद में भी उठाएंगी। बोलीं, शिक्षकों को सामाजिक सुरक्षा के लिए सेवानिवृति के बाद पेंशन मिलनी ही चाहिए। इसके पहले अलोपीबाग स्थित अखिल भारतीय सरदार पटेल सेवा संस्थान में चिंतन शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत सांसद ने पौधों को जल देकर किया।
चिंतन शिविर के प्रथम सत्र में पेंशन आंदोलन में सहयोग और सहभागिता विषय पर चर्चा की गई। उत्तर प्रदेश पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएस वर्मा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्व अध्यक्ष अमरनाथ यादव समेत विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि देश के 60 लाख और उत्तर प्रदेश के 13 लाख शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल करना ही होगा। अमरनाथ यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली चिंता का विषय है।
इस पर शिक्षकों व कर्मचारियों को एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाना होगा। दूसरे सत्र में संगठन की ताकत और जिम्मेदारियां विषय पर वक्ताओं ने कहा कि संगठन की शक्ति ही पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल कराएगी। इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला संयोजकों को सम्मानित किया गया। आयोजक मंडल का सम्मान ज्ञान माता डॉ. राधा सत्यम और किन्नर अखाड़ा की प्रयाग पीठाधीश्वर टीना मां ने किया। अटेवा प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने प्रदेश कार्यकारिणी और जिला संयोजक से विचार विमर्श के बाद जुलाई में पूरे प्रदेश में महिला ¨वग गठित करने समेत अन्य योजनाओं की घोषणा की।
बताया कि अगले साल अप्रैल में लखनऊ में वादा निभाओ रैली पुरानी पेंशन बहाली के लिए निकाली जाएगी। चिंतन शिविर में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. हरि प्रकाश यादव, अटेवा के प्रदेश मंत्री विजय प्रताप यादव, श्रवण कुशवाहा, महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी, सत्येंद्र राय, चंद्रहास सिंह आदि ने भागीदारी की।
विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने लिया निर्णय, सरकार पर बनाएंगे दबाव
अटेवा की ओर से आयोजित किया गया दो दिवसीय शिविर