परिषदीय विद्यालयों के 14 और शिक्षकों की सेवा
समाप्त कर दी गई। ये शिक्षक बगैर सूचना के चार वर्षो से अधिक समय से गायब हैं।
सेवा समाप्ति के लिए इन्हें 28 मार्च को ही नोटिस
दिया गया था। दस शिक्षक नोटिस का जवाब नहीं दिए। चार शिक्षकों ने इस्तीफा भेज
दिया। जनपद में करीब 200 शिक्षक बगैर सूचना के
वर्षो से हैं। इसमें तमाम शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी, समीक्षा अधिकारी तो कुछ इंटर कालेज व डिग्री कालेजों में शिक्षक हो गए हैं।
इसके बावजूद बेसिक शिक्षा विभाग से त्यागपत्र नहीं दिए हैं। नियमत: किसी कर्मचारी के
त्यागपत्र देने या बर्खास्तगी होने के बाद ही उसका पद रिक्त माना जाता है।
इस कारण ही गायब अध्यापकों की जगह नियुक्ति नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर
संबंधित विद्यालयों में अध्यापकों की कमी बनी हुई है। इसे देखते हुए इन शिक्षकों
की सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। बीएसए जय सिंह के मुताबिक प्रथम चरण
में 50 शिक्षकों
को नोटिस जारी किया गया था। कार्रवाई के क्रम में गत दिनों सात शिक्षकों को
बर्खास्त किया गया था। ऐसे अन्य शिक्षकों के बर्खास्त करने की प्रक्रिया जारी है।