Saturday, June 15, 2019

शिक्षक-प्रधानाचार्य के 10 हजार पदों पर भर्ती जल्द


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी-पीजीटी सहित प्रधानाचार्य के 10 हजार पदों पर चयन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। बोर्ड की ओर से प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 2020 तक खाली होने वाले पदों का विवरण जुटाया जा रहा है। प्रधानाचार्य एवं प्रबंधन की ओर से भेजे जाने वाले खाली पदों के विवरण का सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षक और संयुक्त शिक्षा निदेशक के माध्यम से कराया जा रहा है। चयन बोर्ड खाली पदों के सत्यापन के बाद ही विज्ञापन जारी करेगा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी-पीजीटी के खाली पदों पर भर्ती तीन वर्ष बाद शुरू होने की उम्मीद जगी है। चयन बोर्ड की ओर से 2016 में टीजीटी-पीजीटी के पदों पर भर्ती की घोषणा की गई थी, तीन वर्ष पूर्व घोषित शिक्षक भर्ती में अभी तक मात्र लिखित परीक्षा हुई है। चयन बोर्ड की ओर से मार्च 2019 में इन पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कराई गई। परीक्षार्थियों को अभी तक रिजल्ट का इंतजार है। प्रदेश भर से चयन बोर्ड के पास टीजीटी-पीजीटी के लगभग आठ हजार और प्रधानाचार्य के दो हजार पदों का अधियाचन पहुंच चुका है, इन पदों का सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षकों और संयुक्त शिक्षा निदेशकों के माध्यम से कराया जा रहा है। चयन बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि पदों का सत्यापन पूरा होते ही टीजीटी-पीजीटी के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

प्रधानाचार्य के पदों पर विज्ञापन के छह वर्ष बाद भी साक्षात्कार नहीं

संस्था प्रमुखों (प्रधानाचार्यों) के पदों पर वर्ष 2013 में 590 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, इन पदों पर अभी तक भर्ती का इंतजार है। आयोग में इन आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग का काम चल रहा है। स्क्रीनिंग के बाद जल्द ही साक्षात्कार की तिथि घोषित की जाएगी। प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 70 फीसदी से अधिक में प्रधानाचार्य के पद खाली हैं, इसमें से लगभग दो हजार पदों का अधियाचन चयन बोर्ड को मिल गया है। इन पदों के लिए जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य के पद खाली होने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। आलम यह है कि 2013 से पूर्व में विज्ञापित प्रधानाचार्य के पदों पर साक्षात्कार के बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं हो सका है।