24 से कार्यालयों पर रोजाना
लखनऊ
(ब्यूरो)। माध्यमिक शिक्षकों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जाए। तदर्थ
शिक्षकों को नियमित करने सहित मुख्यमंत्री अपने सभी वादे पूरा करें। सरप्लस
शिक्षकों के नाम पर उनका उत्पीड़न रोका जाए। ऐसे ही कई मुद्दे माध्यमिक शिक्षक संघ
के सम्मेलन में दूसरे दिन शिक्षकों ने उठाए। ऐसे 11 प्रस्ताव पारित करने
के साथ ही संघर्ष का ऐलान भी किया गया। तय किया गया कि उनकी मांगें नहीं मानी गईं
तो 24 फरवरी
से प्रदेश भर के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों पर शिक्षक रोज धरना देंगे।
शिक्षको
ने नई कार्यकारिणी के गठन का अधिकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा को
सौंप दिया। सम्मेलन को कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने भी संबोधित किया।
माध्यमिक
शिक्षक संघ सम्मेलन के दूसरे दिन कई प्रस्ताव पारित किए गए। शिक्षा विभाग में
व्याप्त भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों पर सम्मेलन में बात हुई। संघ के प्रदेश
अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद कई मांगें पूरी करने का वादा
कर चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक उन पर अमल नहीं हुआ। इन्हीं मांगों को प्रस्ताव
के तौर पर यहां पेश किया गया है। जो भी प्रस्ताव पारित हुए हैं, उन पर अमल के लिए हम
लगातार संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम 23 फरवरी तक का समय सरकार
को दे रहे हैं। यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो प्रदेश के शिक्षक जिला विद्यालय
निरीक्षक कार्यालयों पर रोज धरना देंगे। यह धरना लगातार जारी रहेगा। पठन-पाठन
बाधित न हो, इसके
लिए शाम तीन से पांच बजे तक हर जिले के शिक्षक डीआईओएएस कार्यालय पर धरना दिया
जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान भी यह धरना जारी रहेगा। सम्मेलन में शिक्षक
विधायक देवी दयाल शास्त्री और प्रांतीय मंत्री डॉ. आरपी मिश्रा ने भी शिक्षकों को
संबोधित किया। उन्होंने शिक्षक समस्याओं के समाधान के लिए लगातार संघर्ष का ऐलान
किया।