विद्यालयों में
बच्चों को दो जुलाई से शुरू होगा वितरण
सीतापुर। इस बार नौनिहालों को जुलाई
में स्कूल खुलते ही नई पाठ्य पुस्तकें मिल जाएगी। उनको पुरानी किताबों से पढ़ने की
जरूरत नहीं पड़ेगी। जिले में अब तक 63 फीसदी किताबें
पहुंच चुकी हैं। इनके सत्यापन के बाद वितरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
जिले में 3015 प्राथमिक व 1156 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। प्राथमिक में जहां करीब तीन लाख नौनिहाल पढ़ रहे हैं। वहीं उच्च प्राथमिक में करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इन नौनिहालों को शासन की तरफ से निशुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं।
इसका लाभ कक्षा एक से आठ तक के नौनिहालों को मिलता है। वैसे तो सत्र की शुरुआत में यह पुस्तकें मिल जानी चाहिए। लेकिन अप्रैल माह में पाठ्य पुस्तकों की छपाई नहीं हो सकी थी। ऐसे में नौनिहाल पुरानी किताबों के जरिए पढ़ाई कर रहे थे। इधर छुट्टियों में किताबों की छपाई हो चुकी है।
अभी तक 63 फीसदी किताबें जिला मुख्यालय को प्राप्त हो गई हैं। इन किताबों का अब प्रशासन द्वारा सत्यापन कराया जाएगा। इस सत्यापन के बाद बीईओ किताबें उठाते हुए इनका वितरण कराना सुनिश्चित करेंगे। शेष किताबें भी जल्द ही आने की उम्मीद है।
जूते-मोजे भी खरीदने की तैयारी
नौनिहालों को जल्द जूते-मोजे भी मिलेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग का कहना है कि जूते-मोजे के लिए विद्यालयवार छात्र संख्या मांगी गई है। इसी के आधार पर ही क्रयादेश जारी किया जाएगा। यह क्रयादेश एक सप्ताह के अंदर जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद जुलाई माह के अंत तक नौनिहालों को जूते-मोजे मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
चल रही है प्रक्रिया
नौनिहालों के लिए पाठ्य पुस्तकें आ चुकी हैं। इनके सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। जूते-मोजे के लिए जल्द क्रयादेश जारी किया जाएगा।
-अजय कुमार, बीएसए
जिले में 3015 प्राथमिक व 1156 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। प्राथमिक में जहां करीब तीन लाख नौनिहाल पढ़ रहे हैं। वहीं उच्च प्राथमिक में करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इन नौनिहालों को शासन की तरफ से निशुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं।
इसका लाभ कक्षा एक से आठ तक के नौनिहालों को मिलता है। वैसे तो सत्र की शुरुआत में यह पुस्तकें मिल जानी चाहिए। लेकिन अप्रैल माह में पाठ्य पुस्तकों की छपाई नहीं हो सकी थी। ऐसे में नौनिहाल पुरानी किताबों के जरिए पढ़ाई कर रहे थे। इधर छुट्टियों में किताबों की छपाई हो चुकी है।
अभी तक 63 फीसदी किताबें जिला मुख्यालय को प्राप्त हो गई हैं। इन किताबों का अब प्रशासन द्वारा सत्यापन कराया जाएगा। इस सत्यापन के बाद बीईओ किताबें उठाते हुए इनका वितरण कराना सुनिश्चित करेंगे। शेष किताबें भी जल्द ही आने की उम्मीद है।
जूते-मोजे भी खरीदने की तैयारी
नौनिहालों को जल्द जूते-मोजे भी मिलेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग का कहना है कि जूते-मोजे के लिए विद्यालयवार छात्र संख्या मांगी गई है। इसी के आधार पर ही क्रयादेश जारी किया जाएगा। यह क्रयादेश एक सप्ताह के अंदर जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद जुलाई माह के अंत तक नौनिहालों को जूते-मोजे मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
चल रही है प्रक्रिया
नौनिहालों के लिए पाठ्य पुस्तकें आ चुकी हैं। इनके सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। जूते-मोजे के लिए जल्द क्रयादेश जारी किया जाएगा।
-अजय कुमार, बीएसए