Saturday, December 19, 2015

15,000 प्राथमिक शिक्षकों पर आफत, फंस गई भर्ती

उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में बीटीसी-2011 वालों की भर्ती के लिए घोषित 15 हजार प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती एक बार फिर से फंस गई है। बीटीसी 2011 पास कर चुके अभ्यर्थियों के लिए 2014 में शिक्षक भर्ती की घोषणा की गई थी।

आवेदन के दौरान ही बीटीसी-2012 का परिणाम घोषित हो जाने के बाद इन अभ्यर्थियों ने बीटीसी-2011 के लिए घोषित भर्ती में शामिल करने की मांग की। इसको लेकर सरकार पर दबाव बनाने लगे। 2012 में बीटीसी करने वालों ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर दिया। मामला कोर्ट में लंबित है, इस समय सरकार के आदेश पर डीएलएड का प्रशिक्षण पूरा कर चुके अभ्यर्थियों से आवेदन मांगा गया है।

आवेदन प्रक्रिया के बीच में ही अब प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने 15 हजार प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में 15 जनवरी 2016 तक प्रशिक्षण पूरा कर चुके अभ्यर्थियों को मौका देने की मांग की है।

15 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की काउंसलिंग 26 अक्तूबर को पूरी करने के बाद बीटीसी-2011 वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी चल रही थी, इस बीच सरकार की ओर से सभी प्रशिक्षुओं को मौका दिए जाने के बाद भर्ती प्रक्रिया में चयनित बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बाहर हो जाएंगे।

प्रशिक्षु शिक्षकों को 15 दिन में मिलेगी नियुक्ति

प्रशिक्षु शिक्षक चयन-2011 के दूसरे बैच में छह माह का प्रशिक्षण पूरा कर परीक्षा पास कर चुके 12 हजार प्रशिक्षु शिक्षकों को 15 दिन के भीतर मौलिक नियुक्ति देने का आदेश जारी हो गया है।

सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों के नाम जारी पत्र में कहा है कि 16 एवं 17 नवंबर की परीक्षा और 12 दिसंबर को परिणाम की घोषणा में उत्तीर्ण हो चुके प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति दे दिया जाए।

दूसरे बैच का परिणाम 12 दिसंबर को घोषित होने के बाद प्रशिक्षु शिक्षक 14 दिसंबर से ही सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर धरना दे रहे थे।

साभार अमरउजाला