माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती में नियमों को ताक पर रखा
लखनऊ
प्रदेश के इंटर कॉलेजों में शिक्षक रखने के नाम पर सहायता प्राप्त स्कूलों में ही केवल खेल नहीं होता है, बल्कि चयन बोर्ड से होने वाली भर्तियों में भी खेल हुआ है। जांच में पता चला है कि चयन बोर्ड के तत्कालीन पदाधिकारियों ने सगे-संबंधियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रख दिया। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने इसके लिए दोषियों के खिलाफ एफआईआर लिखाने के निर्देश निदेशक माध्यमिक शिक्षा बासुदेव यादव को देने के साथ-साथ जांच एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह को सौंपी है।
2009-10 में करीब 1000 पदों पर भर्तियों के लिए विज्ञापन निकाला गया था। रिजल्ट आया तो हंगामा हो गया। जांच में पता चला कि गृह विज्ञान, शारीरिक शिक्षा और भूगोल के शिक्षकों की भर्ती हुई। तत्कालीन चेयरमैन के साथ अन्य लोगों को दोषी पाया गया है। शासन ने इस आधार पर दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने का निर्देश दिया है।