बच्चों की बेहतर देखभाल जरूरी
वाराणसी (एसएनबी)। बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा देने के साथ ही, उनकी बेहतर देखभाल भी होनी चाहिए। ताकि, उनमें अच्छाई और बुराई का फर्क करने की
समझ पैदा हो सके। यह बात महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ स्थित गांधी अध्ययन पीठ
के निदेशक रामप्रकाश द्विवेदी ने कही। वह नदेसर स्थित एक होटल में नशा मुक्ति पर
आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। सामाजिक न्याय
एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत
सरकार, नई दिल्ली
से प्रयोजित यह कार्यक्रम राष्ट्रीय समाजिक सुरक्षा संस्थान एवं क्रिएशन इंडिया
सोसायटी, वाराणसी
के सहयोग से आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि गांधी अध्ययन पीठ के निदेशक श्री
द्विवेदी ने कहा कि हमारी व्यवस्था में बड़ी विषमताएं हैं। एक तरफ नशा को
व्यापार बनाने और उसको बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग काम कर रहा है तो दूसरी तरफ
मद्य निषेद्य से बच्चों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज
हम पश्चिमी चाल-चलन को अपना रहे हैं जो भारतीय संस्कृति-सभ्यता के मूलभूत तत्वों
से कल का भविष्य दूर जा रहा है। इसलिए जरूरत है बच्चों को शिक्षा के साथ उनकी
देखभाल की भी। अध्यक्षता समाज कार्य विभागाध्यक्ष प्रो. एएन सिंह ने की। विनोद
राय अभियोजन अधिकारी, डा. राम
सेवक सिंह क्षेत्रीय अधिकारी मद्य निषेध वाराणसी/ गोरखपुर ने सत्र आरम्भ किया।
नरेंद्र तिवारी, मंडलीय
उद्धार अधिकारी महिला कल्याण ने बताया कि महिलाओं एवं बच्चों की सहभागिता समाज
के विकास के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम में यूपी सिंह, रेखा श्रीवास्तव, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति ने भी विचार
रखे। नशा मुक्ति कार्यक्रम को संबोधित करते वक्ता। फोटो : एसएनबी
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