Sunday, December 1, 2013


अभी चलते रहेंगे लिखे हुए भारतीय नोट

एजेंसीरविवार, 1 दिसंबर 2013

वाराणसीUpdated @ 3:16 AM IST
रिजर्व बैंक अभी लिखे हुए नोटों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने जा रहा। केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने कहा कि रिजर्व बैंक लोगों को नोटों पर न लिखने के प्रति जागरुक करना चाहता है।
उन्होंने संकेत दिया कि 1 जनवरी, 2014 से लिखे हुए नोटों को नामंजूर करने के सिलसिले में अभी कोई पक्का फैसला नहीं हुआ है।
वाराणसी में उनसे पूछा गया कि क्या नए साल से लिखे हुए नोटों को अस्वीकार कर दिया जाएगा। इस पर उन्होंने कहा, अगर कोई शख्स बैंकर के सामने नोटों पर कुछ लिखता है तो वह उसे लेने से इनकार कर सकता है। ऐसा करने का उद्देश्य उस व्यक्ति को दोबारा यह गलती करने से रोकना है। हमारा उद्देश्य लोगों को नोटों पर कुछ लिखने से रोकना है ताकि ये गंदे न हों।
उन्होंने कहा चेक के मामले में कड़े नियमों का पालन करना होगा। आरबीआई के दिशानिर्देश के मुताबिक अगर चेक पर कोई कटिंग या ओवरराइटिंग होती है तो ये किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। यह नियम अगले साल 1 जनवरी से लागू हो जाएगा।
प्लास्टिक के नोट चलाए जाने के सिलसिले में चक्रवर्ती ने कहा कि रिजर्व बैंक ने इस पर एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। बाजार में इसका रेस्पांस देखा जा रहा है। यह प्रोजेक्ट अभी दो-तीन साल चलेगा। इसके बाद ही कागज के नोटों के बदले प्लास्टिक के नोट चलाने पर विचार होगा।
चक्रवर्ती वाराणसी में बैंक ऑफ बड़ौदा के रीजनल ऑफिस के नए भवन का उद्घाटन करने आए थे।


साभार अमरउजाला