TET पर आर-पार की लड़ाई, राजधानी जाम
टीम डिजिटल मंगलवार, 10 दिसंबर 2013 लखनऊ
Updated @ 3:46 PM IST
परिषदीय स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती को लेकर यूपी की राजधानी
में अंदोलन शुरू हो गया है।
पूरे प्रदेश से करीब तीन से सात हजार की संख्या में टीईटी अभ्यर्थी राजधानी में आए हैं। अभ्यर्थियों विधानभवन पहुंचकर नारेबाजी कर रहे हैं।
अभ्यर्थी विधानभवन के बाहर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बाहर आने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। उनकी मांग है कि चाहे कोई भी मजबूरी क्यों न हो, टीईटी भर्ती पूरी होनी चाहिए।
हालांकि, पुलिस प्रशासन ने उन्हें विधानभवन से पहले ही बापू भवन पर रोककर बातचीत करने की कोशिश की लेकिन अभ्यर्थी नहीं माने। भारी पुलिस बल से उनकी भिड़ंत की भी आश्ांका जताई जा रही है।
अब अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यिर्थियों को चार बजे तक विधानभवन के सामने से हटने की चेतावनी दी है। कहा है, अगर वे तय समय तक नहीं हटे तो उन पर लाठी चार्ज किया जाएगा।
अभ्यर्थियों का कहना है कि 20 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के शासनादेश के मुताबिक ही 72,825 शिक्षकों की भर्ती हो। इसके अलावा उनकी यह भी मांग है कि जितनी जल्दी हो सरकार भर्ती प्रक्रिया शुरू करे।
गौरतलब है कि कोर्ट ने टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्तियां करने का शासनादेश जारी किया था।
रैली नहीं रैला है ये
प्रदर्शनकारी इसे रैली नहीं रैला का नाम दे रहे हैं, क्योंकि ऐसा पहली बार है, जब इतनी संख्या में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी में जुटे हैं। इस प्रदर्शन से चारबाग, कैसरबाग, हुसैनगंज, हजरतगंज की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस की तैनाती बहुत कम है जिससे आम लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
पूरे प्रदेश से करीब तीन से सात हजार की संख्या में टीईटी अभ्यर्थी राजधानी में आए हैं। अभ्यर्थियों विधानभवन पहुंचकर नारेबाजी कर रहे हैं।
अभ्यर्थी विधानभवन के बाहर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बाहर आने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। उनकी मांग है कि चाहे कोई भी मजबूरी क्यों न हो, टीईटी भर्ती पूरी होनी चाहिए।
हालांकि, पुलिस प्रशासन ने उन्हें विधानभवन से पहले ही बापू भवन पर रोककर बातचीत करने की कोशिश की लेकिन अभ्यर्थी नहीं माने। भारी पुलिस बल से उनकी भिड़ंत की भी आश्ांका जताई जा रही है।
अब अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यिर्थियों को चार बजे तक विधानभवन के सामने से हटने की चेतावनी दी है। कहा है, अगर वे तय समय तक नहीं हटे तो उन पर लाठी चार्ज किया जाएगा।
अभ्यर्थियों का कहना है कि 20 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के शासनादेश के मुताबिक ही 72,825 शिक्षकों की भर्ती हो। इसके अलावा उनकी यह भी मांग है कि जितनी जल्दी हो सरकार भर्ती प्रक्रिया शुरू करे।
गौरतलब है कि कोर्ट ने टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्तियां करने का शासनादेश जारी किया था।
रैली नहीं रैला है ये
प्रदर्शनकारी इसे रैली नहीं रैला का नाम दे रहे हैं, क्योंकि ऐसा पहली बार है, जब इतनी संख्या में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी में जुटे हैं। इस प्रदर्शन से चारबाग, कैसरबाग, हुसैनगंज, हजरतगंज की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस की तैनाती बहुत कम है जिससे आम लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
साभार अमरउजाला