टीईटी पास शिक्षक ही रखे जाएंगे आश्रम पद्धति के विद्यालयों
में
लखनऊ
(ब्यूरो)। अब समाज कल्याण विभाग से संचालित आश्रम पद्धति के स्कूलों में भी टीईटी
पास शिक्षक ही रखे जाएंगे। उच्चाधिकारियों की बैठक में इस पर लगभग सहमति बन गई है।
जल्द ही इस संबंध में निर्देश जारी किए जाएंगे। प्रदेश में 77 आश्रम पद्धति के स्कूल चल रहे हैं।
इसमें 60 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 25 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग तथा 15 प्रतिशत सामान्य वर्ग के बच्चों को
प्रवेश दिया जाता है। इन स्कूलों में 36,480 बच्चों की क्षमता है और 31,422 बच्चे पढ़ रहे हैं।
उत्तर
प्रदेश में अनुसूचित जाति,
पिछड़ा वर्ग और
गरीब सामान्य वर्ग के बच्चों को शिक्षित करने के लिए समाज कल्याण विभाग आश्रम
पद्धति के स्कूलों का संचालन करता है। इसमें कक्षा 1 से इंटरमीडिएट तक की शिक्षा बच्चों को दी जा रही है। आरटीई लागू होने
के बाद कक्षा 8 तक के स्कूलों में टीईटी पास शिक्षक
रखने की अनिवार्यता है। लेकिन आश्रम पद्धति के स्कूल इसके दायरे में नहीं है।
प्रमुख सचिव समाज कल्याण ने अधिकारियों की बैठक बुलाई थी।