बेसिक शिक्षा की तस्वीर बदलने और मनमानी पर अमादा शिक्षकों पर लगाम लगाने
के लिए जोर-शोर से लांच किए गए प्रेरणा एप पर पहले ही दिन 64 फीसद अध्यापक अनुपस्थित मिले हैं। मुख्यालय से आए आंकड़ों ने जिले में
बेसिक शिक्षा के स्कूलों में लचर व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। प्राप्त आंकड़े
के अनुसार पूरे जिले में सिर्फ दस स्कूलों में ही प्रेरणा एप डाउनलोड कर प्रार्थना
सभा से लेकर शिक्षकों की सेल्फी भेजी गई है।
शासन की ओर से बेसिक शिक्षा में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित व
मिड-डे-मील की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रेरणा एप चार सितंबर को लांच की
गई थी। इस एप को सभी प्रधानाध्यापकों को डाउनलोड करके स्कूल आने व जाने के समय
सेल्फी अपलोड करनी थी। इसके अलावा मिड-डे-मील के समय भी फोटो डालनी थी, लेकिन
मुरादाबाद में 1649 विद्यालयों
में सिर्फ दस विद्यालय ही ऐसे सामने आए जहां इस एप को डाउनलोड किया गया। प्राप्त
आंकड़ों के अनुसार मुरादाबाद में तैनात अध्यापकों की संख्या 6146 है, लेकिन छह
सितंबर के प्राप्त डेटा के अनुसार प्रेरणा एप पर 3929 अध्यापक अनुपस्थित मिले।
छुट्टी से पहले ही नदारद हुए 340
अध्यापक :
शासन की ओर से मिले आंकड़ों में सामने आया है कि सिर्फ 24 अध्यापक ही
ऐसे थे, जो समय से
पहले स्कूल पहुंच गए थे। वहीं 340
अध्यापक एक
बजे छुट्टी से पहले ही गायब हो गए थे।
प्रेरणा एप डाउनलोड करने के बाद कोई भी अध्यापक अनियमितता बरत नहीं सकता
है। शासन स्तर पर इसे लागू किया गया है। हालांकि अभी अध्यापकों को छूट दी गई है, इसलिए कुछ
अध्यापक इसे डाउनलोड नहीं कर रहे हैं। कई जगह तकनीकि दिक्कत भी सामने आ रही है।
योगेंद्र कुमार,
बेसिक
शिक्षा अधिकारी
स्कूलों का अभी तक
एप पर मिला है डाटा
सितंबर को प्रेरणा एप पर अनुपस्थित मिले थे 3929 शिक्षक
कई जगह आई तकनीकी दिक्कत
प्रेरणा एप
को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ विरोध कर रहा है। अध्यापकों का कहना है कि इस एप के
माध्यम से अध्यापकों की निष्ठा पर प्रश्न खड़ा किया जा रहा है। इसलिए विरोध के
चलते कई अध्यापक इसको डाउनलोड नहीं कर रहे हैं। वहीं कई जगह डाउनलोडिंग की दिक्कत
सामने आने के कारण भी एप डाउनलोड नहीं हो पायी।