कलेक्टर मसर्रत खानम आएशा - फोटो : सोशल मीडिया
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अच्छी शिक्षा
के लिए एक ओर जहां माता-पिता अपने बच्चों का एडमिशन महंगे निजी स्कूलों में कराने
की दौड़ में शामिल हैं, वहीं दूसरी ओर तेलंगाना की एक कलेक्टर ने अपनी बेटी का एडमिशन
सरकारी स्कूल में करवाकर मिसाल पेश की है।
तेलंगाना के
विकाराबाद की कलेक्टर मसर्रत खानम आएशा ने वहां से सरकारी अल्पसंख्यक आवासीय स्कूल
में अपनी बेटी का पांचवी कक्षा में दाखिला कराया है। यह तेलंगाना माइनॉरिटी
रेजीडेंशियल स्कूल हैदराबाद से 75 किलोमीटर दूर स्थित है।
मसर्रत खानम आएशा ने कहा कि इस स्कूल में अधिकतर गरीब लोगों के बच्चे पढ़ते हैं। यहां शिक्षा का स्तर अच्छा है और वहां बच्चे का संपूर्ण विकास हो सकता है। इसीलिए उन्होंने महंगे निजी स्कूल के स्थान पर उन्होंने इस स्कूल का चयन किया।
यह तेलंगाना माइनॉरिटी रेजीडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूय सोसाइटी के सचिव ने आएशा के इस प्रयास की तारीफ करते हुए कहा कि कलेक्टर का यह प्रयास सराहनीय है। इससे अल्पसंख्यकों को प्रेरणा मिलेगी साथ ही इससे अल्पसंख्यकों में लड़कियों की शिक्षा को लेकर कई बदलाव आ सकते हैं।
मसर्रत खानम आएशा ने कहा कि इस स्कूल में अधिकतर गरीब लोगों के बच्चे पढ़ते हैं। यहां शिक्षा का स्तर अच्छा है और वहां बच्चे का संपूर्ण विकास हो सकता है। इसीलिए उन्होंने महंगे निजी स्कूल के स्थान पर उन्होंने इस स्कूल का चयन किया।
यह तेलंगाना माइनॉरिटी रेजीडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूय सोसाइटी के सचिव ने आएशा के इस प्रयास की तारीफ करते हुए कहा कि कलेक्टर का यह प्रयास सराहनीय है। इससे अल्पसंख्यकों को प्रेरणा मिलेगी साथ ही इससे अल्पसंख्यकों में लड़कियों की शिक्षा को लेकर कई बदलाव आ सकते हैं।