अयोध्या के एक संस्कृत महाविद्यालय में हाईस्कूल फेल व्यक्ति के अध्यापक
बनने का मामला प्रकाश में आया है। विद्यालय की प्रबंध कमेटी के मंत्री ने
प्रधानाचार्य को इस फर्जी अध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कई बार पत्र भी लिखा, लेकिन उनके द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर संस्था के मंत्री ने दोनों के
विरुद्ध रामजन्मभूमि थाने में केस दर्ज कराया है।
रामनगरी
स्थित गोवर्धन संस्कृत महाविद्यालय रामकोट अयोध्या में काफी दिनों से एक हाईस्कूल
फेल कथित अध्यापक महाविद्यालय के प्रधानाचार्य की सांठगांठ से कार्यरत था। उसने
फर्जी अंकपत्र व प्रमाण पत्र बनवाकर महाविद्यालय में आचार्य की नौकरी हथिया ली।
यही नहीं कथित अध्यापक की ओर से पांच लाख पचीस हजार रुपये वेतन भी प्राप्त कर लिया
गया। संस्था के मंत्री राममूर्ति शर्मा ने इस मामले में कथित सहायक अध्यापक
जितेंद्र पांडेय व प्रधानाचार्य मनिक चंद्र के विरुद्ध रामजन्मभूमि थाने में
मुकदमा दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि इस संबंध में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य
को कई बार पत्र भेज कर अवगत भी कराया गया, लेकिन प्रधानाचार्य की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि कथित अध्यापक को बचाते रहे। थाना रामजन्मभूमि के प्रभारी अजीत प्रताप
सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।