मथुरा शिक्षक भर्ती घोटाला
50 और जांच के घेरे मेंआज बीएसए कार्यालय को खुलवाकर होगी छानबीन
सहारा न्यूज ब्यूरोलखनऊ। मथुरा में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला लगभग 200 करोड़ रुपये से भी ऊपर का है। एसटीएफ जांच में अभी तक 108 फर्जी शिक्षक सामने आ चुके हैं, जबकि 50 और जांच के घेरे में हैं। इन सभी से 15 लाख रूपये तक लिए गए थे जबकि वर्ष 2016 में भी 32 अपात्रों की भर्ती कर ली गई थी जिसका खुलासा हुआ है। फर्जी प्रमाण पत्र भी 30 से 50 हजार रूपये लेकर बनाए गए। इस बीच एसटीएफ सोमवार को स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासन के समक्ष सील किए गए बीएसए कार्यालय को खुलवाकर फाइलों की छानबीन करेगी। इसके साथ ट्रेजरी के दस्तावेजों का भी परीक्षण किया जाएगा। साथ ही एसटीएफ को आशंका है कि इस तरह का मामला प्रदेश के सभी जनपदों मिल सकता है क्योंकि लगातार शिकायतें मिल रही हैं। दूसरी ओर इस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। साथ ही फर्जी दस्तावेजों के जरिए भर्ती हुए शिक्षकों को भी निलंबित किया जा रहा है। हालांकि एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने कहा था कि यदि आवश्यकता पड़ी तो इस मामले में एसआईटी का गठन कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एसटीएफ को आगे की कार्रवाई के लिए शासन स्तर पर निर्देश मिले हैं। साथ ही दस्तावेजों की जांच के लिए पर्याप्त समय भी चाहिए
50 और जांच के घेरे मेंआज बीएसए कार्यालय को खुलवाकर होगी छानबीन
सहारा न्यूज ब्यूरोलखनऊ। मथुरा में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला लगभग 200 करोड़ रुपये से भी ऊपर का है। एसटीएफ जांच में अभी तक 108 फर्जी शिक्षक सामने आ चुके हैं, जबकि 50 और जांच के घेरे में हैं। इन सभी से 15 लाख रूपये तक लिए गए थे जबकि वर्ष 2016 में भी 32 अपात्रों की भर्ती कर ली गई थी जिसका खुलासा हुआ है। फर्जी प्रमाण पत्र भी 30 से 50 हजार रूपये लेकर बनाए गए। इस बीच एसटीएफ सोमवार को स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासन के समक्ष सील किए गए बीएसए कार्यालय को खुलवाकर फाइलों की छानबीन करेगी। इसके साथ ट्रेजरी के दस्तावेजों का भी परीक्षण किया जाएगा। साथ ही एसटीएफ को आशंका है कि इस तरह का मामला प्रदेश के सभी जनपदों मिल सकता है क्योंकि लगातार शिकायतें मिल रही हैं। दूसरी ओर इस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। साथ ही फर्जी दस्तावेजों के जरिए भर्ती हुए शिक्षकों को भी निलंबित किया जा रहा है। हालांकि एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने कहा था कि यदि आवश्यकता पड़ी तो इस मामले में एसआईटी का गठन कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एसटीएफ को आगे की कार्रवाई के लिए शासन स्तर पर निर्देश मिले हैं। साथ ही दस्तावेजों की जांच के लिए पर्याप्त समय भी चाहिए