लामबंद अध्यापकों ने किया
प्रदर्शन
परिषदीय स्कूलों के शिक्षक एसएमएस
के जरिए ऑनलाइन उपस्थिति का विरोध करना शुरू कर दिए हैं। उपस्थिति सहित विभिन्न
मांगों को लेकर शिक्षकों ने मंगलवार को सामूहिक अवकाश लेकर बीएसए दफ्तर के सामने
धरना-प्रदर्शन व सभा की। इस दौरान शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर
नारेबाजी की। दूसरी ओर शिक्षकों के आंदोलन ने कई स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित
रहा।
उत्तर
प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हुई सभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि
परिषदीय विद्यालयों में बार-बार पठन-पाठन की गुणवत्ता की बात उठाई जाती हैं। वहीं
शिक्षक वर्षभर गैर शैक्षिक कार्य में लगा दिए जाते हैं। ऐसे में शिक्षकों को
पढ़ाने का मौका ही नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर नि:शुल्क ड्रेस के नाम पर 200 रुपये पर बच्चा उपलब्ध कराया जा रहा है। जबकि 200 रुपये सिर्फ ड्रेस सिलाई है। इन तमाम विसंगितयों के लिए प्रदेश
सरकार स्वयं जिम्मेदार है। बावजूद शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। शिक्षकों
ने पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, उपस्थिति
के लिए एसएमएस की व्यवस्था समाप्त करने, पदोन्नति
करने सहित अन्य मांगे पूरी न करने पर व्यापक आंदोलन करने की चेतावनी दी। सभा में
संघ के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, जिला मंत्री कैलाश नाथ यादव , सनत कुमार सिंह, संजय सिंह, राजीव
कुमार पांडेय सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किया, संचालन दुर्गा सिंह ने किया।