स्कूलों में प्रतियोगिता बढ़ाने को एक्सीलेंस अवॉर्ड
पीएचडी चैंबर, डायट और एडूएस मिलकर करेंगे आयोजन
23 अप्रैल को बंटेंगे अवार्ड,
लखनऊ।
स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए प्रतियोगी माहौल देने
की जरूरत है। पीएचडी चैंबर और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) और
निजी संस्था एडूएस ने इसके लिए यूपी में स्कूल एक्सीलेंस अवॉर्ड-2015 की
शुरुआत की है।
पीएचडी चैंबर, विभूतिखंड में
बृहस्पतिवार को सीबीएसई के पूर्व चेयरमैन और अवॉर्ड के ज्यूरी प्रमुख डॉ.
अशोक गांगुली ने बताया कि इसमें आवेदन करने के लिए एडूएस के अलावा डायट
लखनऊ और पीएचडी चैंबर की वेबसाइट पर लिंक मिलेगी। अवॉर्ड में हिस्सा लेने
के लिए लखनऊ, इलाहाबाद, अलीगढ़, इटावा, कानपुर, झांसी, गोरखपुर, मेरठ,
वाराणसी व बरेली केंद्र बने हैं। आवेदन प्रक्रिया 20 मार्च तक चलेगी।
ज्यूरी द्वारा चयनित सभी 12 कैटेगरी में पांच स्कूलों को अवार्ड फंक्शन में
रखा जाएगा। विजेताओं की घोषणा 23 अप्रैल को होने वाले अवार्ड फंक्शन में
होगी।
पीएचडी चैंबर के क्षेत्रीय निदेशक
आरके शरन ने बताया कि हमारी कोशिश स्कूलों में प्रतिस्पर्धा पैदा कर शिक्षा
का बेहतर माहौल पैदा करना है। वहीं मुख्य आयोजक और एडूएस के सीईओ गौरव
यादव ने बताया कि प्रतियोगिता की असेसमेंट रिपोर्ट स्कूलों को दी जाएगी।
वहीं
राज्यों के बोर्ड के स्कूलों में खराब हालत पर डॉ. गांगुली ने कहा कि असली
समस्या नई तकनीक स्वीकार करने की क्षमता की कमी है। प्रेसवार्ता में डायट
लखनऊ की प्रिंसिपल ललिता प्रदीप, निदेशक एडूएस अपर्णा मिश्रा और मंगलायन
यूनिवर्सिटी के उपाध्यक्ष कार्तिक गोपालन मौजूद रहे।
12 कैटेगरी में अवार्ड
एक्सीलेंस
इन यूज ऑफ डिजिटल टेक्नोलॉजी, एक्सीलेंस इन डिलीवरिंग बेस्ट रिजल्ट्स,
एक्सीलेंस इन ड्राइविंग हॉलस्टिक लर्निंग, एक्सीलेंस इन स्पोर्ट्स,
एक्सीलेंस इन क्लासरूम टीचिंग, स्कूल ऑफ ईयर, एक्सीलेंस इन टीचर डेवलपमेंट
प्रोग्राम, एडूप्रिन्यॉर ऑफ द ईयर, लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, एक्सीलेंस
इन ड्राइविंग इनोवेशन, बेस्ट अपकमिंग स्कूल, एक्सीलेंस इन कम्युनिटी
डवलपमेंट।