प्रवक्ता के लिए बीएड होगा जरूरी
एनसीटीई के चेयरमैन बोले-जल्द लागू होगी व्यवस्था
इलाहाबाद। अब इंटर कालेज में प्रवक्ता बनने के लिए भी बीएड अनिवार्य होगा। सिर्फ परास्नातक के आधार पर शिक्षक नहीं बन पाएंगे। बीएड भी दो साल का होना चाहिए। आने वाले दिन में एक साल का बीएड मान्य नहीं होगा। नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने इसका निर्णय लिया है।
शिक्षा का अधिकार तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए एनसीटीई व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी में है। इसके तहत विशेषज्ञ शिक्षकों की भी तलाश है। एनसीटीई तीन नए डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू करने जा रहा है। इसी क्रम में एनसीटीई ने प्रवक्ता के लिए भी बीएड अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। बारहवीं में प्रवक्ता बनने के लिए अभी संबंधित विषय में परास्नातक ही योग्यता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में पहुंचे एनसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर संतोष पांडा ने बताया कि नई व्यवस्था जल्द लागू होगी।
‘अल्टरनेटिव्स इन स्कूल सिस्टम एंड टीचर एजुकेशन’ विषय पर आयोजित सेमिनार में वक्ताओं ने शिक्षा व्यवस्था में मूलभूत बदलाव की बात कही। रविवार को आखिरी दिन पैनल डिस्कशन में शामिल नौ विशेषज्ञों ने शिक्षक-शिक्षण के ढांचे को और मजबूत करने के लिए एनसीटीई का अधिकार बढ़ाने की वकालत की। पैनल ने इसके समेत कई प्रस्ताव भी पारित किए। पैनल में शामिल प्रोफेसर यूसी वशिष्ठ, प्रोफेसर एमके दास, प्रोफेसर एनएन पांडेय, प्रोफेसर स्मृति स्वरूप आदि ने शिक्षा व्यवस्था में बदलाव में एनसीटीई और आईएटीई की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा की।
शिक्षा का अधिकार तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए होंगे बड़े बदलाव
साभार अमर उजाला ब्यूरो