विदेशी शिक्षण संस्थानों के
भारत आने का रास्ता खुला
नई दिल्ली। देश में अब विदेशी विश्वविद्यालय सीधे कैम्पस खोल सकेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विदेशी संस्थाओं के आने को लेकर पहली बार फॉरेन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स रूल्स 2013 तैयार किया है। इसके तहत विश्व रैंकिंग में टॉप-400 संस्थानों को भारत में कैम्पस खोलने का मौका दिया जाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अनुसार यूजीसी द्वारा तय मानकों को पूरा करने वाले विदेशी संस्थान को एक बार फॉरेन एजुकेशन प्रोवाइडर के रूप में अधिसूचित करने के बाद वह देश में कहीं भी कैम्पस खोलने के लिए अधिकृत हो जाएगा।
नियम में इस बात पर जोर दिया गया है कि केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थानों को ही भारत आने का मौका मिले। इसीलिए विश्व रैंकिंग में स्थान हासिल करने की भी शर्त जोड़ी गई है।
एजेंसी
मानव संसाधन मंत्रालय का मानना है कि उच्च मानदंड वाले विदेशी शिक्षण संस्थानों के आने से देश में ज्यादा छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करने की हमारी क्षमता में विस्तार होगा। इसके साथ ही ब्रेन ड्रेन (बौद्धिक लोगों के विदेशों में जाकर बस जाना) का संकट भी कम होगा। इन विदेशी विश्वविद्यालयों के माध्यम से बाहर रह रहे देश के बौद्धिक लोगों को भी वापस लाया जा सकेगा।
मंत्रालय का मानना है कि इसका सबसे बड़ा प्रभाव यह होगा कि देश में शोध व अनुसंधान का माहौल तैयार होगा। हमारे संस्थान भी विदेशी संस्थानों की तर्ज पर खुद को उच्च मानदंडों पर रखकर काम कर सकेंगे।