पॉलीटेक्निक में सात साल बाद प्रधानाचार्य के पदों पर प्रमोशन
लखनऊ (ब्यूरो)। सरकारी पॉलीटेक्निक में तैनात
विभागाध्यक्षों व प्रवक्ताओं के लिए आखिर वह दिन आ ही गया जब उन्हें प्रधानाचार्य
पद पर पदोन्नति दे दी गई। प्राविधिक शिक्षा विभाग ने लोकसेवा आयोग की सहमति से 53
विभागाध्यक्ष व प्रवक्ताओं को प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति दी है। इसमें 38
विभागाध्यक्ष तथा 15 प्रवक्ता शामिल हैं। प्रमुख सचिव प्राविधिक
शिक्षा नीरज गुप्ता ने बृहस्पतिवार को शासनादेश जारी भी कर दिया।
प्रदेश के सरकारी पॉलीटेक्निक में 2006
में प्रधानाचार्य के पदों पर पदोन्नतियां दी गईं थीं। इसके बाद वरिष्ठता को लेकर
विवाद हो गया और मामला कोर्ट में चला गया। मामला इतना लंबा खिंचा कि स्थाई
प्रधानाचार्य रिटायर होने लगे और कनिष्ठों को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाया जाने
लगा। इस संबंध में विभागाध्यक्ष और प्रवक्ताओं ने विशेष सचिव आरके सिंह से मिलकर
अनुरोध किया कि सरकार कोर्ट में अपना पक्ष रख दे ताकि सालों से रुकी पदोन्नति की
राह आसान हो सके। इस दिशा में प्रयास हुआ और सात साल बाद पदोन्नति का रास्ता साफ
हो गया। प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति पाने वालों को वेतन बैंड 15600-39100
ग्रेड पे 7600 रुपये दिया जाएगा।
53 विभागाध्यक्ष व प्रवक्ताओं को मिली पदोन्नति