Friday, April 6, 2018

शिक्षा सत्र शुरू, प्राथमिक स्कूल मे ताला


मऊ। सरकार की तरफ से सर्व शिक्षा अभियान पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाने के बाद सरकारी मंशा सफल होती नजर नहीं आ रही है। नया शिक्षा सत्र का पांच दिन बीत गया। नगर के भुजौटी स्थित जिलाधिकारी आवास के पास स्थित परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में ताला लटक रहा है। हालत यह है कि इस विद्यालय में विभागीय उदासीनता के चलते गत वर्ष छात्रसंख्या शून्य रही। आश्चर्यजनक स्थिति यह है कि इस विद्यालय से होकर जिलाधिकारी सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन किसी का ध्यान इस तरफ नहीं है।
जिले में 1060 प्राथमिक तथा 442 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। वर्ष 2017-18 में प्राथमिक विद्यालयों में 111114 तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29134 बच्चों का नामांकन किया गया था। जबकि लगभग 42321 शिक्षकों की तैनाती की गई है। सरकार की तरफ से परिषदीय विद्यालयों को कान्वेंट स्कूलों के समकक्ष खड़ा करने के लिए कवायद पर विभागीय अधिकारियों के उदासीनता के चलते ब्रेक लग जा रहा है। नगर के भुजौटी स्थित जिलाधिकारी आवास के समीप परिषदीय प्राथमिक विद्यालय पर ताला लटक रहा है। हालत यह है कि शिक्षकों की लापरवाही के चलते यहां गत वर्ष छात्र संख्या शून्य थी।
नगर में लंबे समय से प्राथमिक विद्यालय सहादतपुरा, रेलवे कालोनी, मुंशीपुरा कन्या प्राथमिक विद्यालय, बकवल, रस्तीपुर, भीटी, अस्तुपुरा, बेलचौरा, बख्तावरगंज, इमिलिया, शिक्षा विभाग कालोनी सहित 18 प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। विभागीय मीटिंग या शिक्षक के अवकाश लेने की स्थिति में विद्यालय बंद हो जा रहे हैं। जबकि ग्रामीण इलाकों के कई परिषदीय विद्यालयों में कहीं बच्चे कम हैं तो शिक्षक ज्यादा हैं। कहीं शिक्षक कम हैं तो बच्चे ज्यादा हैं। इस बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. वीपी सिंह का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय में ताला लटकने का मामला संज्ञान में है। नगर शिक्षा अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
एक वर्ष से छात्र संख्या शून्य के बाद भी अधिकारी मौन
मऊ। नगर के भुजौटी स्थित आफिसर कालोनी में प्राथमिक विद्यालय खोला गया था। एक वर्ष से छात्र संख्या शून्य रहने के बाद भी विभाग की तरफ से छात्रों का नामांकन कराने के लिए न तो कार्ययोजना बनाई गई और न ही प्रधानाध्यापक का नगर के अन्य प्राथमिक या जूनियर हाईस्कूल में स्थानांतरण किया जा सका। जबकि नगर के कई प्राथमिक विद्यालय एकल चल रहे हैं। बल्कि विभाग हर माह वेतन जारी कर रहा है। विद्यालय प्रधानाध्यापिका के लिखित पत्र देने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग तथा प्रशासन को जानकारी रहने के बाद भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। प्राथमिक विद्यालय भुुजौटी के प्रधानाध्यापिका के अनुसार कालोनी में रहने वाले प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारी अपने बच्चों का नामांकन नहीं कराते हैं। इसके चलते एक वर्ष से छात्र संख्या शून्य चल रही है। इस संबंध में प्राथमिक विद्यालय भुजौटी की प्रधानाध्यापिका द्रौपदी देवी का कहना है कि आफिसर कालोनी के लिए प्राथमिक विद्यालय बना है। लेकिन अधिकारी और कर्मचारी अपने बच्चों का दाखिला निजी स्कूलों में कराते हैं। इसके चलते एक वर्ष से छात्र संख्या शून्य चल रही है। नगर के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरण के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, नगर शिक्षा अधिकारी सहित जिलाधिकारी को कई बार लिखित सूचना दी हूं।