यूपी में होंगी एक लाख से ज्यादा शिक्षक भर्ती
बेसिक शिक्षामंत्री अहमद
हसन ने हर प्राइमरी स्कूल में पांच शिक्षकों की तैनाती का फैसला किया है। उनका
मानना है कि हर प्राइमरी स्कूल में कम से कम पांच शिक्षक तैनात किए जाने चाहिए
ताकि कोई भी क्लास खाली नहीं रहे।
हर क्लास में एक शिक्षक जरूर रहे। सरकारी स्कूलों में बच्चों की लगातार कम हो रही संख्या को देखते हुए उन्होंने यह फैसला किया। इस समय प्रदेश में 1 लाख 12 हजार 747 प्राइमरी स्कूल हैं।
हर स्कूल में पांच शिक्षकों की तैनाती के लिए 5 लाख 63 हजार 735 शिक्षकों की जरूरत होगी। यहां बता दें कि अभी कई स्कूलों में एक-दो शिक्षक भी तैनात हैं।
हर क्लास में एक शिक्षक जरूर रहे। सरकारी स्कूलों में बच्चों की लगातार कम हो रही संख्या को देखते हुए उन्होंने यह फैसला किया। इस समय प्रदेश में 1 लाख 12 हजार 747 प्राइमरी स्कूल हैं।
हर स्कूल में पांच शिक्षकों की तैनाती के लिए 5 लाख 63 हजार 735 शिक्षकों की जरूरत होगी। यहां बता दें कि अभी कई स्कूलों में एक-दो शिक्षक भी तैनात हैं।
शिक्षामित्रों की तैनाती पर
होंगे लगभग साढ़े चार लाख शिक्षक
वहीं, 1.70 हजार शिक्षामित्रों समेत
सभी निकाली गई रिक्तियों पर भर्ती होने के बाद प्रदेश में शिक्षकों की कुल संख्या
करीब 4 लाख 48 हजार 873 होगी।
यानी 1 लाख 14 हजार 862 शिक्षकों की और जरूरत होगी। बेसिक शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने केअनुरोध के साथ बताया कि पिछली भर्तियां ही विवादों में फंस गई हैं। ऐसे में सपा सरकार के इस कार्यकाल में एक लाख से ज्यादा नए शिक्षकों की भर्ती आसान नहीं होगी।
वहीं, इस बारे में बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए पांच शिक्षकों की तैनाती जरूरी है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों से बातचीत के बाद उचित निर्णय किया जाएगा।
यानी 1 लाख 14 हजार 862 शिक्षकों की और जरूरत होगी। बेसिक शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने केअनुरोध के साथ बताया कि पिछली भर्तियां ही विवादों में फंस गई हैं। ऐसे में सपा सरकार के इस कार्यकाल में एक लाख से ज्यादा नए शिक्षकों की भर्ती आसान नहीं होगी।
वहीं, इस बारे में बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए पांच शिक्षकों की तैनाती जरूरी है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों से बातचीत के बाद उचित निर्णय किया जाएगा।
साभार अमरउजाला