Friday, December 25, 2015

सांसदों की होगी मौजा ही मौजा, मोदी सरकार देगी तोहफा

केंद्र सरकार ने सांसदों की सैलरी दोगुना करने का प्रस्ताव तैयार किया है। अगर वित्त मंत्रालय इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे देता है तो हर सांसद की बल्ले-बल्ले होगी और हर महीने बैंक में लाखों रुपए सैलरी के आएंगे।

इस प्रस्ताव के मुताबिक सांसदों की पेंशन बढ़ाने की भी योजना है। प्रस्ताव के मुताबिक सांसदों की सैलरी हर माह 50,000 रूपए से बढ़ाकर 1 लाख रूपए, संसदीय क्षेत्र भत्ता 45,000 रूपए से बढ़ाकर 90,000 रूपए, सहायक और ऑफिस के लिए मिलने वाला भत्ता 45,000 रूपए से बढ़ाकर 90,000 रूपए करने का प्रस्ताव है। 

प्रस्ताव के मुताबिक सांसदों की बेसिक पेंशन को 20,000 रूपए से बढ़ाकर 35,000 करने का प्रस्ताव दिया गया है। साथ ही पेंशन पाने वाले सांसदों की पेंशन में हर साल अब 2,000 रूपए की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव है।

पहले प्रतिवर्ष 1,500 रूपए की बढ़ोतरी सांसदों की पेंशन में की जाती थी। बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय की जल्द ही मंजूरी मिल सकती है। आपको बताते चले कि वित्त मंत्रालय ने अपने अंतिम बजट में लोकसभा और राज्ससभा के सांसदों की सैलरी के लिए क्रमश: 295.25 करोड़ रुपए और 121.96 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया था। 

दिल्‍ली के विधायकों की सबसे ज्यादा सैलरी

दिल्‍ली विधानसभा में विधायकों की सैलरी बढ़ाने का प्रस्ताव भी पास किया जा चुका है। प्रस्ताव के मुताबिक अब विधायकों की सैलरी 400 फीसदी बढ़ जाएगी। दिल्‍ली में अब एक विधायक को प्रतिमाह 2.10 लाख रूपए सैलरी मिलने लगेगी। इस प्रस्ताव के बाद अब केंद्र के सांसदों से ज्यादा दिल्‍ली के विधायकों की सैलरी हो गई है।

दिल्ली में विधायकों का वेतन चार गुना से अधिक बढ़ाकर 12 हजार से 50 हजार रुपये करने की सिफारिश विधानसभा की तरफ से गठित एक्सपर्ट कमेटी ने की थी। इतना ही नहीं दैनिक भत्ता दोगुना करने, विस भत्ता करीब तीन गुना, यात्रा भत्ता पांच गुना, ऑफिस में डाटा एंट्री ऑपरेटर, रिसर्च और सहायक का खर्च भी करीब दोगुना करने की सिफारिश की गई थी। इस विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद जब तक नया कानून नहीं बनता तब तक हर साल मूल वेतन 50 हजार रुपये में सालाना 5 हजार रुपये वृद्धि की सिफारिश भी की गई थी।

नए वेतनभत्‍तेे
श्रेणी-----------------अभी----------सिफारिश
वेतन--------------12,000--------50,000
विस भत्ता----------18,000--------50,000
सचिव, रिसर्च-------40,000--------70,000
कम्युनिकेशन--------8,000---------10,000
यात्रा भत्ता-----------6,000---------30,000
दैनिक भत्ता----------1,000---------2,000
सालाना सैर---------50,000-------3,00,000
वाहन लोन----------4 लाख---------12 लाख
पेंशन---------------7,500---------15,000
(
सभी आंकड़े रुपये में)