शिक्षकों की तैनाती का बदलेगा पैमाना
लखनऊ (ब्यूरो)। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का पैमाना बदलने जा रहा है। शिक्षकों की उपस्थिति और उनकी पढ़ाई को मानक मानते हुए अब उन्हें तैनाती दी जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर मंथन चल रहा है। इसके लिए शिक्षकों का पांच साल का रिकॉर्ड रखा जाएगा। मसलन शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति कितनी है, वह बच्चों को कैसी शिक्षा दे रहे हैं। इसके आधार पर ही शिक्षकों को तैनाती दी जाएगी और छात्र क्षमता से अधिक लगे शिक्षकों को हटाकर दूसरे स्कूलों में तैनाती दी जाएगी।
सचिव बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार की अध्यक्षता में इस संबंध में बैठक हो चुकी है। विचार-विमर्श के दौरान यह सुझाव आया है कि तबादले से पहले शिक्षकों की कार्यप्रणाली और उनकी उपस्थिति का अध्ययन जरूर कर लिया जाए। अच्छे आचरण वाले और अच्छी पढ़ाने कराने वाले शिक्षकों को ही अच्छी तैनाती दी जाएगी। नई व्यवस्था नए शिक्षण सत्र यानी जुलाई से लागू हो सकती है। गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन मौजूदा समय 1,54,272 प्राइमरी व 76,782 उच्च प्राइमरी स्कूल हैं। प्राइमरी स्कूलों में 1,85,729 तथा उच्च प्राइमरी में 1,06,089 शिक्षक हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्राइमरी स्कूलों में 30 और उच्च प्राइमरी में 35 बच्चों पर एक शिक्षक रखने की व्यवस्था है।
•जितनी ज्यादा हाजिरी उतनी अच्छी तैनाती, शिक्षकों का तैयार होगा पांच साला का डाटा