Thursday, December 12, 2013


पुलिस सख्ती ने संस्कृत शिक्षकों को रोका

लखनऊ अमर उजाला (ब्यूरो)। पुलिस की सख्ती के चलते संस्कृत शिक्षक बुधवार को आत्मदाह नहीं कर सके। शिक्षकों की घोषणा को देखते सचिवालय के सभी गेटों के पास पहले से काफी पुलिस तैनात थी। बाद में ओसीआर की तरफ से आ रहे शिक्षकों को पुलिस ने पकड़ लिया और डीएम से वार्ता करवाई।

उप्र संस्कृत शिक्षक/छात्र एवं सामाजिक सेवा शिक्षण समिति के बैनर तले संस्कृत शिक्षक 246 विद्यालयों को अनुदान सूची में शामिल करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। समिति ने बुधवार को आत्मदाह करने की घोषणा की थी। अध्यक्ष कृष्ण मोहन शुक्ला और महामंत्री परमानंद पांडेय के नेतृत्व में कुछ शिक्षक ओसीआर की ओर से विधान भवन की ओर आ रहे थे। पुलिस पहले से चौकन्नी थी। जैसे ही शिक्षक विधान भवन के पास पहुंचे, पुलिस इन्हें हजरतगंज कोतवाली ले गई। वहां पुलिस ने इन्हें समझाया और डीएम अनुराग यादव के पास वार्ता कराने के लिए ले गई। डीएम ने आश्वासन दिया कि 15 दिसंबर तक वे शासन से वार्ता कर समस्या का समाधान करवाएंगे।