141 स्कूलों की मान्यता पर खतरा
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ
। ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता के बाद भी प्रदेश के 141 स्कूलों के प्रबंधकों अपने संस्थानों
का पंजीकरण नहीं कराया। माध्यमिक शिक्षा परिषद स्कूल प्रबंधकों के इस रवैये को
लेकर खफा है। सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद शकुंतला देवी यादव ने इन स्कूलों को
चेतावनी दी है कि 10
दिसंबर तक कक्षा 9 और 11 के छात्रों के पंजीकरण का ब्यौरा बोर्ड परीक्षा कार्यालय को न दिया
गया तो उनकी मान्यता समाप्त कर दी जाएगी।
माध्यमिक
शिक्षा परिषद बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने की नित नए कवायद कर रहा है। इसके लिए इस
बार कक्षा 9 और 11 में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं का ऑनलाइन पंजीकरण कराने की
व्यवस्था लागू की गई थी। पंजीकरण की अंतिम तिथि एक अक्तूबर थी। प्रदेश में 61,51,000 छात्र-छात्राओं का पंजीकरण तो कराया
गया, लेकिन 141 स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया।
सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय ने इसकी समीक्षा में पाया कि इन कॉलेजों ने पंजीकरण
के लिए ऑनलाइन सिस्टम को खोला तक नहीं। सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जिला
विद्यालय निरीक्षकों को इस संबंध में आदेश भेजा है कि संबंधित कॉलेज के प्रबंधक और
प्रधानाचार्यों को इस संबंध में नोटिस भेज दी जाए कि वह 10 दिसंबर तक स्थिति साफ कर दें। इसमें
किसी तरह की लापरवाही पर उनकी मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
कहां
कितने स्कूल
गाजीपुर, भदोही, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, शामली, जेपी नगर, बिजनौर, भीमनगर, बरेली, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, इटावा, बांदा, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, बहराइच, महाराजगंज व कुशीनगर एक-एक, मैनपुरी, एटा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, रायबरेली, कन्नौज, फतेहपुर, बाराबंकी, संतकबीरनगर, गोरखपुर व मऊ दो-दो, फिरोजाबाद, हरदोई, जालौन व बलिया तीन-तीन, मथुरा, कानपुर
नगर, अंबेडकरनगर, देवरिया व आजमगढ़ पांच-पांच, जौनपुर छह, आगरा व इलाहाबाद सात-सात, महामायानगर आठ, हापुड़ 11 तथा लखनऊ के सर्वाधिक 14 स्कूल हैं।