मिड डे मील
Nov 30, 2013, 06.30AM IST
मिड डे मील घोटाले में एनजीओ संचालक गिरफ्तार
. मैनपुरी जिले से जुड़ा है घोटाला
. 13 दिसंबर तक के लिए भेजा जेल
वरिष्ठ संवाददाता
लखनऊ।
सीबीआई ने मैनपुरी में हुए 38 लाख के मिड डे मील घोटाले के आरोप में एक एनजीओ संचालक को गिरफ्तार
कर शुक्रवार को गाजियाबाद कोर्ट में पेश किया। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस लाल
ने आरोपी को 13 दिसंबर तक के लिए जेल भेज दिया है।
साथ ही एक अन्य आरोपी विवेक सुदर्शन के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
गिरफ्तार
आरोपी अशोक चौहान सर्च नामक संगठन चलाता है। प्रदेश के मैनपुरी जिले में
मिड-डे-मील घोटाले का पर्दाफाश हुआ था। इसमें तीन आइएएस, तीन बेसिक शिक्षा अधिकारी, एक लिपिक और दो स्वयंसेवी संगठन के
पदाधिकारियों के नाम सामने आए थे। जांच के बाद सीबीआइ विशेष अदालत में चार्जशीट
दाखिल की गई। इसमें कुल 2331 लोगों को गवाह बनाया गया है। जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है उनमें
रघुवीर सिंह, विवेक सुदर्शन, हृदेश कुमार, अशोक चौहान, जितेंद्र बहादुर सिंह, प्रशांत मिश्रा, दिनेश शुक्ला और सचिन हैं। इनमें तीन
आइएएस, तीन पीसीएस अधिकारी भी शामिल हैं। इन
पर आरोप है कि अधिकारियों ने मिड-डे-मील का ठेका नियमों के विपरीत जाकर स्वयंसेवी
संगठन को दे दिया। पिछली तारीख पर स्वयंसेवी संगठन सर्च के संचालक अशोक चौहान के
गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। शुक्रवार को चौहान को गिरफ्तार कर अदालत में पेश
किया गया। सीबीआइ के लोक अभियोजक बीके सिंह ने कहा कि यह गंभीर अपराध है, लिहाजा उसे जेल भेजा जाए।
नवभारत टाइम्स