बीटीसी दाखिलों में इंटरनेट की मार्क्सशीट मान्य
•दीप सिंह
लखनऊ।
बीटीसी में दाखिले के लिए अब इंटरनेट से डाउनलोड की हुई स्नातक की मार्क्सशीट भी
मान्य होगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इसका
प्रस्ताव शासन को भेजा है। शासन से स्वीकृति के इंतजार में ही बीटीसी की काउंसलिंग
प्रक्रिया रुकी हुई है। शासन के निर्णय के बाद ही मेरिट तैयार की जाएगी।
बीटीसी
में दाखिले के लिए काउंसलिंग का पहला चरण पूरा हो चुका है। इसमें जिला स्तर पर
ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। उसके बाद सभी डायट में दस्तावेजों की जांच की गई थी।
इसमें शामिल सभी अभ्यर्थियों का ब्यौरा एससीईआरटी को भेज दिया गया है। अब प्रदेश
स्तर पर मेरिट तैयार होनी है। इसी बीच दस्तावेजों की जांच के आधार पर ढेरों
अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त किए गए थे। इनमें करीब डेढ़ हजार ऐसे थे जिन्होंने
काउंसलिंग के दौरान मूल अंकपत्र पेश नहीं किए थे। उनके पास इंटरनेट से जारी
मार्कशीट थी। नियमावली के अनुसार मूल अंकपत्र जरूरी है। इसी आधार पर उनका आवेदन
निरस्त किया गया था।
जिनके
आवेदन निरस्त हुए उन्होंने प्रत्यावेदन देकर इंटरनेट की मार्क्सशीट को भी मान्य
करने की मांग की। खासकर दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने वाले अभ्यर्थियों ने
तर्क दिया है कि वहां मैनुअल मार्क्सशीट दी ही नहीं जाती। सिर्फ इंटरनेट पर ही
मार्क्सशीट जारी होती है। उसका सत्यापन भी इंटरनेट पर किया जा सकता है। डिग्री भी
अभी मिली नहीं है। अभ्यर्थियों की इस दलील के बाद एससीईआरटी ने शासन को प्रस्ताव
भेजा है कि इंटरनेट की मार्क्सशीट को भी मान्य किया जाए। अब शासन इसे स्वीकृति दे
देता है तो सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों को लाभ होगा जो इंटरनेट पर मार्कशीट
जारी करते हैं।